सार

मध्य प्रदेश से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक शातिर बदमाश खुद को फर्जी आईपीएस अधिकारी बताकर लोगों को चपत लगा रहा था। हालांकि इस नटरलाल को उज्जैन एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। 


उज्जैन. मध्य प्रदेश से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक शातिर बदमाश खुद को फर्जी आईपीएस अधिकारी बताकर लोगों को चपत लगा रहा था। हालांकि इस नटरलाल को उज्जैन एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। छापेमारी के दौरान उसके पास से 100 से ज्यादा चेकबुक और लाखों रुपए के चेक भी मिले हैं।

मौके के हिसाब से बदलता था पहचान
आरोपी का नाम ज्योतिर्मयी विजयवर्गीय है और वह इंदौर का रहने वाला है, उसके खिलाफ उज्जैन-इंदौर और मुंबई में धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं। बदमशा इतना शातिर था कि वह मौके के हिसाब से खुद की पहचान बताता था। अगर कईं उसको बड़ा पुलिस अधिकारी मिल जाए तो खुद को नेता का करीबी बता देता था। पुलिस के अलावा अन्य लोगों को वो आईपीएस अधिकारी बताता था।

ऐसे पकड़ में आया आरोपी..
बता दें कि ज्योतिर्मयी विजयवर्गीय शनिवार शाम इंदौर से भोपाल के लिए निकला था, इस बीच पड़ने वाले हर टोल नाके पर वह आईपीएस बनकर पैसे देने से इंकार कर देता था। अमलाहा टोल नाके पर उसने वहां के कर्मचारियों को कहा की तीन चार लोगों की टोल पर नौकरी लगानी है, मैं आईपीएस अधिकारी हूं। फिर क्या था कर्मचारियों को उस पर शक हुआ और एसटीएफ को कॉल क उसके बारे में बताया। इसके बाद एसटीएफ की टीम मौके पर पहुंची और ज्योतिर्मयी नामक इस फर्जी नटवरलाल को हिरासत में लिया।

 प्रभावशाली व्यक्ति के नाम से सेव कर रखे थे नंबर
पुलिस ने जब उसकी जांच की तो उसके पास से कई मोबाइल सिम मिली और 7 नंबर तो वह खुद ही उपयोग करता था। जिसमें उसने नंबर को  किसी प्रभावशाली व्यक्ति के नाम पर सेव कर रखे थे। जब किसी को कॉल करता था तो अधिकारी या नेता के नाम से पहुंचा था। उस व्यक्ति के नाम से नंबर सेव होने से ट्रू कॉलर में उसी प्रभावशाली व्यक्ति के नाम से शो होता था। इस तरह वह लोगों को झांसे में लेकर अपना शिकार बनाता था।

लग्जरी गाड़ियों का दिखाता था रुतबा
आरोपी लग्जरी कारों से चलता था और पुलिस के सिपाही को अपनी कार और पर्जी अधिकारी बताकर रुतबा दिखाता था। बताया जाता है कि जिस लग्जरी गाड़ी की दम पर वह रुतबा दिखाता था उसको भी उसने धोखाधड़ी से ली थी। इस 14 लाख की गाड़ी में उसने शोरूम मालिक को फर्जी चेक दिया था।