सार
विधायक शुक्ला मीडिया से बात कर रहे थे इस दौरान वह भावुक हो गए। कहने लगे कि शासन चाहे तो मेरी जान ले ले, लेकिन मेरे शहर की जनता को सही कर दो। मेरी जनता मेरा भगवान है में उनको ऐसे बिलखते हुए नहीं देख सकता हूं। में रात को जब बिस्तर सोने जाता हूं तो नींद नहीं आती है। वही बिलखते चेहरे दिखाई देते हैं।
इंदौर. देशभर में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने ऐसे हालात कर दिए हैं कि लोग खौफ में जी रहे हैं। संक्रमित मरीजों के परिजन इलाज नहीं होने से आंसू बहा रहे हैं। ना सरकार उनकी सुन रही है और ना ही अस्पताल प्रशासन, आखिर वह करें तो क्या करें। इसी बीच इंदौर के कांग्रेस के विधायक संजय शुक्ला अपने शहर की भयावह स्थिति देख फफक-फफक कर रो पड़े। रोते हुए कहने लगे कि मेरे शहर में लाशों का ढेर लगा हुआ है और शासन-प्रशासन कुछ नहीं कर रहा। लोग आक्सीजन सिलेंडर और रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए बिलखते हुए दर-दर की ठोंकरे खा रह हैं। लेकिन कोई उनकी नहीं सुन रहा है। मेरा बेटा खुद संक्रमित है और वह अस्पताल में भर्ती है, इसक बाद भी में जन सेवा में लगा हूं। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि अगर दो दिन के भीतर इलाज की उचित व्यवस्था नहीं हुई तो वह आत्महत्या कर लेंगे।
'मैं आत्मदाह करूंगा और करके दिखा दूंगा'
दरअसल, विधायक शुक्ला मीडिया से बात कर रहे थे इस दौरान वह भावुक हो गए। कहने लगे कि शासन चाहे तो मेरी जान ले ले, लेकिन मेरे शहर की जनता को सही कर दो। मेरी जनता मेरा भगवान है में उनको ऐसे बिलखते हुए नहीं देख सकता हूं। में रात को जब बिस्तर सोने जाता हूं तो नींद नहीं आती है। वही बिलखते चेहरे दिखाई देते हैं। में उनके दुखों को दूर करने की पूरी कोशिश करता हूं, लेकिन सरकारी सिस्टम के आगे कुछ नहीं कर सकता। कभी तो मन करता है कि मर जाओ, लेकिन क्या करूं। अब सरकार और प्रशासन को कहता हूं कि दो दिन के भीतर हालात नहीं सुधरे तो वह आत्मदाह करेंगे और करके दिखा दूंगा।
' मां अहिल्या की नगरी में लाशों का ढेर लगा है, मां माफ नहीं करेगी'
इतना ही नहीं विधायक ने कहा कि भाजपा के लोग मुझ पर कई तरह के आरोप लगा रहे हैं। वह कहते हैं कि मैं नाटक कर रहा हूं। मेरे शहर के रोज सैंकड़ों परिवार तबाह हो रहे हैं। उनको यह नाटक लग रहा है। मुख्यमंत्री जी इंदौर आपको कभी माफ नहीं करेगा। मां अहिल्या की नगरी में आपके प्रशासन की नाकामी की वजह से लाशों के ढेर लगा हुआ है। जो नेता यहां से लाखों वोटों से जीतकर गए हैं, वह भी यहां के हालात देखने के लिए नहीं आए। कल ही एक परिवार में मां, पत्नी और बच्चे की मौत हो गई। परिवार के परिवार उजड़ रहे हैं। उनको यह नौटंकी लग रही है।
'दमोह जीत जाएंगे, बंगाल जीत जाएंगे..जनता का दिल हार जाएंगे'
विधायक बोले मेरा खुदा का 80 लोगों का परिवार है। अगर में डरता तो घर से बाहर नहीं निकलता। मेरे शहर की जनता भी मेरा परिवार है, मैं कैसे सुकून से बैठ सकता हूं। नेता होने के बाद इन हालातों मैं कैसे खाना खा रहा हूं में ही जानता हूं। जब हमें ही इंजेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं तो सोचो आम आदमी का क्या हाल होगा। आपके इस रवैये से दुखी होकर इंदौर आत्महत्या कर लेगा तो हिंदुस्तान ही नहीं पूरा विश्व आप पर थू-थू करेगा। माना की आप दमोह जीत जाएंगे, बंगाल जीत जाएंगे, लेकिन प्रदेश की जनता का दिल हार जाएंगे।