सार

मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस को एक और झटका लगा है। नेपानगर से विधायक सुमित्रा कासडेकर ने विधानसभा सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है। इसी बीच सुमित्रा देवी के भाजपा में जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। 

भोपाल. राजस्थान में भले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी सरकार बचा ली, लेकिन मध्य प्रदेश में उनकी परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जहां कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता लगातार पार्टी का साथ छोड़ते जा रहे। प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव से पहले आज नेपानगर से विधायक सुमित्रा देवी कासडेकर ने विधानसभा सदस्य पद से अपना इस्तीफा दे दिया।

सुमित्रा देवी के भाजपा में जाने की अटकलें हुईं तेज
दरअसल, पहली बार विधायक चुनी गई सुमित्रा देवी ने अपना इस्तीफा विधानसभा सचिवालय को दे दिया है। इसी बीच सुमित्रा देवी के भाजपा में जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि अभी तक उनकी तरफ से इस मामले में कोई बयान नहीं आया है।

प्रदेश में अब 26 सीटें हो गईं हैं खाली
सुमित्रा देवी के इस्तीफे के बाद अब मध्य प्रदेश विधानसभा की 26 सीटें खाली हो गई हैं। बता दें कि इनमें 24 सीटें तो कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के कारण खाली हुई हैं, जबकि दो विधायकों की मृत्यु के कारण खाली पड़ी हुई हैं।

5 दिन पहले एक और विधायक ने दिया है इस्तीफा
हाल ही में पांच दिन पहले  12 जुलाई को मलहरा सीट से कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने कांग्रेस पार्टी और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। वह मख्यमंत्री शिवराज सिंह और भाजपा प्रदेश अध्यक्षी बीड़ी शर्मा की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल भी हो गए हैं।