सार

अशोकनगर के रहने वाले नितिन जैन काफी समय से भोपाल में रह रहे थे, वहीं पर वह इस नए वेरिएंट की चपेट में आ गए। परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने उनका सैंपल जांच के लिए भेजा तो रिपोर्ट में उनमे कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है। 

भोपाल (मध्य प्रदेश). देशभर में कोरोना के मामले तेजी से कम हो रहे हैं। संक्रमण की थमती रफ्तार के चलते आम जिंदगी पटरी पर लौटने लगी। लेकिन इसी बीच कोरोना का सबसे खतरनाक वेरिएंट डेल्टा प्लस के मामले सामने आने लगे हैं। मध्य प्रदेश के उज्जैन में कोरोना के डेल्टा प्लस से मौत के बाद अब अशोकनगर में भी एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है।

डेल्टा प्लस से मौत के बाद असमंजस में प्रशासन 
दरअसल, अशोकनगर के रहने वाले नितिन जैन काफी समय से भोपाल में रह रहे थे, वहीं पर वह इस नए वेरिएंट की चपेट में आ गए। परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने उनका सैंपल जांच के लिए भेजा तो रिपोर्ट में उनमे कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है। लेकिन अब प्रशासन में इस बात को लेकर असमंजस की स्तिथि बनी हुई है कि वह नितिन जैन की मौत का मामला अशोक नगर में करें या भोपाल में, क्योंकि वह दोनों जगह रहते थे। अशोकनगर  कलेक्टर अभय वर्मा का कहना है कि उनके आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों में पता अशोकनगर का ही दर्ज है, इसिलए मामला तो यहीं का है, लेकिन वह भोपाल में रहते थे और मौत भी वहीं हुई है तो वहां का मामला भी बनता है।

एमपी में सामने आ चुके हैं इतने  डेल्टा प्लस के मामले
बता दें कि मध्य प्रदेश में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक,  डेल्टा प्लस वैरिएंट के 5 मामले सामने आए हैं। जिसमें  4 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।  चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के अनुसार अभी इससे एक ही मौत हुई है। उनका कहना है कि जिन लोगों को वैक्सीन लग चुकी है, वह इस वेरिंयट को हराने में कामयाब हुए हैं। उज्जैन में जिस महिला की मौत हुई है उसे वैक्सीन नहीं लगी थी।

एक वीक पहले भोपाल में मिला था पहला मामला
एक सप्ताह पहले राजधानी भोपाल के बरखेड़ा पठानी इलाके में भी डेल्टा प्लस वैरिएंट का पहला मामला सामने आया था। जिसकी जानकारी  मेडिकल एजुकेशन मंत्री विश्वास सारंग ने शेयर की थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि  NCDC की रिपोर्ट में भोपाल में एक पॉजिटिव मामले में नया वेरिएंट मिला है। जिसके बारे में हम पूरी जानकारी निकलने के साथ स्टडी करवा रहे हैं।

पूरे देश में तेजी से फैल रहा डेल्टा प्लस वेरियंट
बता दें कि पूरे देश में अब तक डेल्टा प्लस वेरियंट के 35 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। खासकर  महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, केरल, पंजाब, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, जम्मू और कर्नाटक में ज्यादा केस देखने को मिल रहे हैं। यह वेरियंट बहुत ज्यादा खतरनाक है, जिसका असर मरीज पर पड़ता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जिन लोगों की मौत हुई है उन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई थी,  इसलिए वैक्सीन बहुत जरूरी है और आने वाले नए वेरियंट में ये वैक्सीन कारगर है।