सार
झगड़ा प्रथा आदिवासी समाज की एक प्रथा है। इसके तहत लड़के या लड़की की शादी छोटी उम्र में तय कर दी जाती है। दोनों की शादी बचपन में तय की गई थी लेकिन बाद में लड़की वालों ने इस शादी से माना कर दिया।
राजगढ़. मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां शादी में एक रस्म होती है जिसे झगड़ा प्रथा के नाम से जाना जाता है। लेकिन इस प्रथा को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर हंगामा हुआ। इस झगड़े में दूल्हा पक्ष के 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। इन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई गई है। 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
दरअसल, कोतवाली थाने की पिपलोदी चौकी के जीरापुर गांव के बब्लू तंवर की शादी रघुनाथपुरा की एक लड़की से तय हुआ था। दोनों की शादी 5 साल पहले तय हुई थी। लेकिन जब शादी करने की बात हुई तो लड़की वालों ने शादी करने से माना कर दिया। लड़की वालों ने कहा कि लड़के की शक्ल अच्छी नहीं है। इसलिए शादी नहीं करेंगे। लड़के वालों ने लड़की वालों से नातरा झगड़ा प्रथा के द्वारा पैसे की मांग की। लेकिन लड़की वालों ने पैसे देने से माना कर दिया। जिसके बाद दोनों पक्षों में विवाद हो गया।
जिसके बाद लड़के पक्ष वाले शिकायत लेकर थाने पहुंचे। इस दौरान दोनों पक्षों की मुलाकात बस स्टैंड में हुई जहां कुछ लोग नशे की हालत में थे। इस दौरान फिर वाद-विवाद शुरू हो गया औऱ फिर बात मारपीट में पहुंच गई। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर डंडे चले। जिसमें लड़के पक्ष के 5 लोग घोयल हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है।
क्या होती है झगड़ा प्रथा?
झगड़ा प्रथा आदिवासी समाज की एक प्रथा है। इसके तहत लड़के या लड़की की शादी छोटी उम्र में तय कर दी जाती है। उसके बाद जब दोनों काबिल और समझदार हो जाते हैं तो उनकी शादी कर दी जाती है। लेकिन अगर शादी से माना कर दिया जाता है या फिर किसी कारण से शादी टूट जाती है तो लड़के वाले लड़की के पिता से एक निश्चित रकम लेते हैं जिसे झगड़ा प्रथा कहा जाता है।
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