सार

10 मई यानी महीने के दूसरे सप्ताह में पड़ने वाला रविवार। यह दिन मां के लिए समर्पित है, पूरी दुनिया में इस दिन मदर्स-डे मनाया गया। लेकिन, मध्य प्रदेश के भिंड में इसी दिन मां की ममता को शर्मसार कर देने वाला मामला देखने को मिला। जहां एक निदर्यी महिला ने दो घंटे पहले जन्मे अपने नवजात को गोद में लेने की जगह सड़क पर फेंक दिया।

भिंड (मध्य प्रदेश). 10 मई यानी महीने के दूसरे सप्ताह में पड़ने वाला रविवार। यह दिन मां के लिए समर्पित है, पूरी दुनिया में इस दिन मदर्स-डे मनाया गया। लेकिन, मध्य प्रदेश के भिंड में इसी दिन मां की ममता को शर्मसार कर देने वाला मामला देखने को मिला। जहां एक निदर्यी महिला ने दो घंटे पहले जन्मे अपने नवजात को गोद में लेने की जगह सड़क पर फेंक दिया।

मासूम को अपनाने आ गए 100 से ज्यादा लोग
दरअसल, यह घटना रविवार के दिन सुबह करीब 6 बजे भिंड के डूडा गांव में देखने को मिली। जहां यह मासूम बीच सड़क पर पड़ा था। गांववालों ने सूचना देकर पुलिस को बुलाया और नवजात को जिला अस्पताल  में भर्ती कराया गया। जब लोगों को इस नवजात के बारे में पता लगा तो करीब 100 से ज्यादा लोग उसको अपनाने के लिए आगे आ गए। 

'अविवाहित लड़की ने दिया बच्चे को जन्म'
जिला अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. केके गुप्ता ने बताया, बच्चे की हालत सुधार हो रहा है, उसका वजन 1 किलो 900 ग्राम है। जबकि सामान्य तौर पर नवजात का वजन 2.5 किलोग्राम होता है। बच्चे की हालत देखकर लगता है कि इस का जन्म किसी दाई ने कराया है। वहीं यह शंका भी जाहिर की जा रही है कि इस नवजात को किसी अविवाहित लड़की ने जन्म दिया है। लोकलाज के चलते उसने सड़क पर फेंक दिया है।

मां मेरा क्या कसूर था... 
वहीं इस मामले पर कुछ लोगों का कहना है कि ऐसी कैसी मां, जिस बच्चे ने अभी बोलना भी शुरू नहीं किया था कि उसे पैदा होते ही सड़क पर फेंक दिया गया। उसे इस तरह अलग कर दिया जैसे कोई मिट्टी का टुकड़ा हो। मासूम का क्या कसूर जो उसे इतनी बड़ी सजा दी गई।