सार
वैक्सीन लगने के करीब दो घंटे बाद ही एक नर्स को तेज बुखार आ गया। उल्टी होने लगी और चक्कर आने लगे। इसके अलावा पेट में भी दर्द होने लगा। वहीं दूसरी नर्स को देर रात उसे सांस लेने में भी तकलीफ होने लगी। आंखों में जलन और भारी-भारी से लगने लगा।
उज्जैन (मध्य प्रदेश). 16 जनवरी को पूरे भारत देश में एक साथ सबसे बड़े कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की शुरूआत हुई। इस पहले चरण में सभी राज्यों के फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को टीका लगाया गया। उज्जैन में कोवीशील्ड टीका लगवाने के 24 घंटे भी नहीं बीते हैं कि यहां की चार नर्सों की तबीयत खराब होने की शिकायत मिली है।
24 घंटे बाद ही वैक्सीन से परेशानी
दरअसल, शनिवार को उज्जैन में पांच सेशन साइट्स पर कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई है। वहीं जिला अस्पताल के बीएससी नर्सिंग कॉलेज में भी चार नर्स रानी, चेतना, महिमा और सुमन को टीका लगाया गया। लेकिन एक दिन बाद ही चारों में तीन को उल्टी, दस्त, बुखार, जी घबराना और सांस लेने में तकलीफ होन की खबर सामने आई है।
तीनों को डॉक्टरों ने घर पर रहने की दी सलाह
रविवार को तीनों नर्स रानी, महिमा और सुमन बहरिया तबीयत खराब होने के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां मौके पर जांच करने के लिए जिले के टीकाकरण अधिकारी पहुंचे। डॉक्टरों ने इनकी जांच करने के बाद इन्हें घर पर ही रहने की सलाह दी है।
डॉक्टरों ने तीनों को ऑब्जरवेशन में रखा
टीकाकरण करने वाले डॉ. केसी परमार कहना है कि घबराने की कोई बात नहीं है। वैक्सीनेशन के बाद किसी को भी बुखार आ सकता है। एक सामान्य प्रकिया है, फिर भी हमने तीनों को ऑब्जरवेशन में रखा है। इनका पूरा चेकअप कर लिया है, इनकी रिपोर्ट नॉर्मल आई है।
सांस लेने में तकलीफ और आंखों में दिखना हुआ कम
वहीं नर्स महिमा ने बताया कि उसे वैक्सीन लगने के करीब दो घंटे बाद ही तेज बुखार आ गया। उसे उल्टी होने लगी और चक्कर आने लगे। इसके अलावा पेट में भी दर्द होने लगा। वहीं नर्स चेतना ने कहा कि शनिवार रात को अचानक ड्यूटी के दौरान उसे उल्टी के साथ दस्त लगने लगे। साथ ही सांस लेने में भी तकलीफ होने लगी। आंखों में जलन और भारी-भारी से लगने लगा। इसके बाद हमने यह जानकारी जिला के अधिकारियों को दी।