सार
रूस के सर्बिया में इन दिनों अंडर-30 वर्ल्ड रेसलिंग चल रही है। जिसमें महिला पहलवान शिवानी पवार ने रूस की मारिया त्यामरकोवा को पटखनी देकर इस चैम्पियनशिप की फाइनल में जगह बना ली है
भोपाल (मध्य प्रदेश). भारत की बेटियां आज अपनी सफलता का परिचम पूरी दुनिया में लहरा रही हैं। एक तरफ जहां वह देश की सेना में जाकर दु्श्मनों के दांत खट्टे कर रही हैं। तो वहीं दूसरी और वह ओलंपिक में मेडल जीतकर इतिहास रच रही हैं। मध्य प्रदेश की एक होनहार बेटी शिवानी पवार (dangal girl shivani pawar) ने भी कुछ ऐसा ही कमाल कर दिखाया है। जिसने अपने माता-पिता और देश का नाम रोशन किया है। इस दंगल गर्ल ने इंटरनेशनल लेवल कुश्ती प्रतियोगिता (world wrestling championship)में रूस की खिलाड़ी को पटखनी दी है। दिवाली के मौके पर इस बेटी ने देश को एक अनूठा तोहफा (Diwali gift) दिया है। इस कामयाबी पर एमपी के कांग्रेस सांसद और पूर्व सीएम कमनाथ के बटे नकुल नाथ (nakul nath mp)ने उन्हें बधाई दी है।
ऐसे फाइनल में पहुंची एमपी की ये होनहार बेटी
दरअसल, रूस के सर्बिया में इन दिनों अंडर-30 वर्ल्ड रेसलिंग चल रही है। जिसमें महिला पहलवान शिवानी पवार ने रूस की मारिया त्यामरकोवा को पटखनी देकर इस चैम्पियनशिप की फाइनल में जगह बना ली है। शिवानी ने इससे पहले क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की पहलवान प्रोफातिलोवा को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। आजकल शिवानी के हर जगह हो रहे हैं। वह मध्य प्रदेश की एकमात्र इंटरनेशल वूमन प्लेयर हैं।
तीन बहनें तीनों नेशलन प्लेयर..लोग कहते दंगल सिस्टर
बता दें कि शिवानी पवार मूलरुप से मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के उमरेठ गांव की रहने वाली हैं। उनके पिता नंदलाल पवार हैं जो कि खेती करते हैं। वह तीन बहनें हैं भारती पवार, शिवानी पवार और ऋतिका पवार, खास बात है कि तीनों ही नेशलन लेवल के महिला पहलवान हैं। नंदलाला का एक भेटा भी है। इलाके के लोग इनको दंगल गर्ल के नाम से पुकारते हैं।
एशियाई गेम्स का कर चुकी हैं प्रतिनिधित्व
राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा में आठ बार शामिल हुई शिवानी ने एक गोल्ड, दो-दो रजत और कांस्य पदक जीते हैं। एशियाई जूनियर कुश्ती चैंपियनशिप में शिवानी पवार भारतीय टीम की ओर से प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। इंटरनेशनल कुश्ती कोच फातिमा बानो शिवानी की कोच हैं। शिवानी ने मध्यप्रदेश के लिए अब तक उसने एक स्वर्ण, दो रजत और 5 कांस्य पदक जीते हैं।