सार
महात्मा गांधी की हत्या के लिए गोडसे को अंबाला सेंट्रल जेल में 15 नवम्बर 1949 में फांसी दी गई थी। महासभा की प्रवक्ता अर्चना चौहान ने कहा कि संगठन ने अपने नेता गोडसे की याद में बलिदान दिवस मनाया। ग्वालियर में गोडसे की मूर्ति स्थापित किया जाएगा।
Nathuram Godse death anniversary: महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की पुण्यतिथि को हिंदू महासभा ने मंगलवार को बलिदान दिवस के रूप में मनाया। गोडसे की पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाने को कांग्रेस ने राष्ट्र विरोधी करार देते हुए ग्वालियर में तहरीर देकर केस दर्ज कराने की मांग की है। कांग्रेस ने कहा कि हिंदू महासभा के लोगों पर एंटी नेशनल एक्ट के तहत केस दर्ज होना चाहिए।
ग्वालियर ऑफिस में मनाया बलिदान दिवस...
हिंदू महासभा ने मंगलवार को बलिदान दिवस के रूप में नाथूराम गोडसे की पुण्यतिथि मनाई। हिंदू महासभा के दौलतगंज इलाके में स्थित ऑफिस में कार्यकर्ता एकत्र हुए। यहां उन लोगों ने गोडसे की फोटो पर फूल माला चढ़ाए और पूजा अर्चना की। कार्यकर्ताओं ने अखंड भारत और नाथूराम गोडसे के समर्थन में नारेबाजी की। महात्मा गांधी की हत्या के लिए गोडसे को अंबाला सेंट्रल जेल में 15 नवम्बर 1949 में फांसी दी गई थी। महासभा की प्रवक्ता अर्चना चौहान ने कहा कि संगठन ने अपने नेता गोडसे की याद में बलिदान दिवस मनाया। ग्वालियर में गोडसे की मूर्ति स्थापित किया जाएगा।
हिंदू महासभा पहले भी गोडसे को कर चुका है महिमामंडन
दरअसल, हिंदू महासभा पहले भी ग्वालियर स्थित अपने कार्यालय में नाथूराम गोडसे की प्रतिमा को स्थापित किया था। यह 15 नवम्बर 2017 की घटना है। हालांकि, जिला प्रशासन ने तब कार्रवाई करते हुए उस प्रतिमा को हटवा दिया था। अब एक बार फिर हिंदू महासभा ने प्रतिमा लगाने के लिए ऐलान किया है।
कांग्रेस ने एफआईआर के लिए तहरीर
उधर, कांग्रेस ने हिंदू महासभा के इस कृत्य की निंदा करते हुए कार्यक्रम में शामिल लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है। मध्य प्रदेश के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने पुलिस से एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हिंदू महासभा ने एक बार फिर महात्मा गांधी के हत्यारे, देश के पहले आतंकवादी नाथूराम गोडसे की पूजा-अर्चना की और 'आरती' की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन राष्ट्रविरोधी लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई करें।
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