सार
मध्यप्रदेश के नीमच जिले बुधवार के दिन में एक बड़ी कार्यवाही सामने आई है। जहां पुलिस ने एक तस्कर के साथ कार में 14.5 किलो स्मैक बरामद किया है, जिसकी मार्केट में कीमत करीब 15 करोड़ रुपए की बताई जा रही है। बता दे कि प्रदेश में नशामुक्ति अभियान चलाया जा रहा है।
नीमच. मध्य प्रदेश के नीमच पुलिस द्वारा एक बड़ी कार्यवाही सामने आई है। जहां पुलिस ने नशामुक्ति के तहत कार्यवाही करते हुए करोड़ों की स्मैक बरामद की गई है। जिसकी कीमत करोड़ो में बताई जा रही है। इसके साथ ही पुलिस ने इसमे एक आरोपी तस्कर को भी गिरफ्तार गया है। इसके साथ ही पुलिस उससे पूछताछ कर और भी जानकारी पता लगाने में लगी है।
15 करोड़ कीमत की है स्मैक
मामले की जानकारी देते हुए नीमच जिले को पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा ने बताया कि हमें इंफॉर्मर से जानकारी मिली की चौथखेड़ा फन्टे के पास शाहरुख खान नाम का एक पैडलर स्मैक लेकर जा रहा है। सूचना मिलने पर पुलिस ने वहां पर दबिस दी जहां एक कार के साथ आरोपी भी मिला। इसके साथ ही वाहन की जांच में पुलिस को 15 पैकेट में रखी 14.5 किलोग्राम स्मैक मिली। जांच में पता चला कि जिसकी कीमत लगभग 15 करोड़ रुपए तक की है। पुलिस ने आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ उससे पूछताछ करके इनके पूरे नेटवर्क के बारे में पता लगा रही है।
असम से आया थी स्मैक, राजस्थान ले जाना था
पुलिस ने बताया कि आरोपी से शुरूआती पूछताछ में पता चला है कि नशीले पदार्थ की खेप असम से लाया गया था और इसको राजस्थान के प्रतापगढ़ में भेजा जाना था पर पुलिस इंटरसेप्शन के कारण यह मध्यप्रदेश में पकड़ा गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी से पूछताछ कर इसके सही लोकेशन के साथ इनके पूरे नेटवर्क के बारे में पता लगाया जा रहा है।
लीगली होती है नशे की खेती, पहली बार पकड़ाया अवैध माल
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि मालवा के खंडवा, नीमच और इसके आसपास के इलाकों में अफीम की खेती लीगल तरीके से की जाती है। इसके लिए वहां लाइसेंस मिलता है। पर इसकी आड़ में वहां अवैध मादक पदार्थों की तस्करी हमेशा से होती है। राजस्थान के सीमावर्ती इलाके होने के कारण इसको यहां से आसानी से माल सप्लाई किया जाता है। पर इस तरह की इतनी बड़ी मात्रा में स्मैक पकड़े जाने का यह पहला मामला है। पुलिस की यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाही मानी जा रही है।
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस पूरे मामले के मुख्य आरोपियों की तलाश करने में जुट गई है।
यह भी पढ़े-