सार
इंदौर में जेल में बंद एक शख्स को उसकी मां के निधन के बाद पैरोल दिलवाने परिजनों ने थाने में हंगामा कर दिया। कुछ परिजन कैदी की मां की लाश लेकर थाने पहुंच गए। वे वहां सर्टिफिकेट मांगने को लेकर हंगामा करने लगे। इसी सर्टिफिकेट से बेटे को कोर्ट पैरोल मंजूर करती। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें चांटे मारकर भगाया। वहीं, पुलिस का तर्क है कि वे सर्टिफिकेट दे चुके थे, परिजन शख्स के एक अन्य मामले को लेकर विवाद करने लगे थे।
इंदौर, मध्य प्रदेश. थाने में लाश रखकर हंगामा करने पहुंचे लोगों को पुलिस ने चांटे मारकर खदेड़ दिया। इसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। ये लोग इंदौर में जेल में बंद एक शख्स को पैरोल दिलवाने के लिए उसकी मां की लाश लेकर थाने पहुंचे थे। वे पुलिस से सर्टिफिकेट मांग रहे थे, ताकि इस आधार पर कोर्ट आरोपी की पैरोल मंजूर कर सके। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें चांटे मारकर भगाया। वहीं, पुलिस का तर्क है कि वे सर्टिफिकेट दे चुके थे, परिजन शख्स के एक अन्य मामले को लेकर विवाद करने लगे थे। यह घटनाक्रम शनिवार को परदेशीपुरा थाने में देखने को मिला।
दिल का दौरा पड़ने से हुई थी मौत...
रीना पति राजेंद्र यादव की शनिवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। उसका बेटा किसी आपराधिक मामले में जेल में बंद है। मां के अंतिम संस्कार के लिए बेटे को पैरोल मिल सके, इसलिए थाने से सर्टिफिकेट चाहिए था। इसी को लेकर कुछ लोग महिला की लाश को लेकर थाने में प्रदर्शन करने पहुंच गए थे।
परिजनों का आरोप है कि शख्स के खिलाफ कुछ लोगों ने झूठी शिकायत दर्ज कराई है। इसी वजह से वो जेल में बंद है। मामला आपसी रंजिश से जुड़ा है। आरोप है कि जब भी शख्स को जमानत मिलती, दूसरे पक्ष की लड़की थाने में उसकी शिकायत कर देती। पुलिस का कहना है कि लोग थाने के बाहर लाश रखकर हंगामा कर रहे थे।