सार

भोपाल में जमीनी विवाद के चलते भगवान शिवजी और नंदी की मूर्ति स्थापना स्थल से गायब करने का मामला सामने आया है। मूर्तियां जयपुर से 22 हजार रुपए में खरीदकर लाई गई थीं। देर रात तक शिवभक्त भजन-कीर्तन करते रहे। मंगलवार सुबह करीब 6 बजे लोगों ने देखा कि मूर्तियां गायब थीं।

भोपाल, मध्य प्रदेश. करोंद क्षेत्र के पिपलिया बाज खां में मंदिर के निर्माण की तैयारी चल रही थी। यहां चबूतरा बनाकर जयपुर से 22 हजार रुपए में शिवजी और नंदी की मूर्ति लाई गई। सोमवार देर रात तक उनकी स्थापना का कार्यक्रम चलता रहा। मंगलवार सुबह करीब 6 बजे लोग जब चबूतरे पर पहुंचे, तो देखा कि मूर्तियां गायब थीं। मंदिर समिति ने मूर्तियां गायब करवाने में एक पटवारी और जमीन पर कब्जा करने वाले पक्ष पर आरोप लगाए हैं। बता दें कि नाले की इस जमीन को लेकर पहले से ही कोर्ट में मामला चल रहा है।

कुछ घंटे में गायब हो गईं मूर्तियां

जमीन पर अपना दावा करने वाले सुरेंद्र मीणा ने बताया कि तीन दिनों से मंदिर में मूर्ति स्थापना को लेकर पूजा-पाठ चल रहा था। सोमवार दोपहर करीब 11 बजे से देर रात 12 बजे तक कार्यक्रम चलता रहा। इस दौरान पटवारी ने मूर्ति हटाने को कहा था। उसने धमकी भी दी थी। रात ढाई बजे तक कुछ लोग मंदिर के पास रहे। लेकिन बारिश के कारण घर चले गए। सुबह आकर देखा, तो मूर्तियां गायब थीं। इस मामले की शिकायत पुलिस में की गई है। बता दें कि यहां से कुछ कालोनियों का रास्ता भी जबरन निकाला गया है।