सार
मध्य प्रदेश के विदिशा में देवर-भाभी के प्यार में एक शख्स को अपनी जान गंवानी पड़ गई। शख्स ने अपनी पत्नी और देवर को कई बार रंगे हाथ पकड़ लिया था। इसके बाद शुरू हुआ एक षड्यंत्र...
विदिशा, मध्य प्रदेश. भाभी और देवर के बीच पनपे प्यार में एक शख्स को अपनी जिंदगी गंवानी पड़ी गई। पति को अपनी पत्नी और अपने भाई के बीच जड़ जमा चुके अवैध संबंधों की भनक लग गई थी। उसने एक-दो बार दोनों को रंगे हाथ पकड़ भी लिया था। इसके बाद दम्पती के बीच अकसर झगड़ा होने लगा था। इसकी भनक जब मृतक के चचेरे भाई को पता चली, तो उसे गुस्सा आ गया। वो भाभी के प्यार में इस कदर डूब गया था कि उसे अच्छे-बुरे का कुछ भी ज्ञान नहीं रहा। उसने भाभी के साथ मिलकर भाई को रास्ते से हटाने का षड्यंत्र रच डाला।
हत्या के बाद पुलिस के साथ घूमता रहा हत्यारा
पिछले दिनों पुलिस को एक अज्ञात शव मिलने की सूचना मिली थी। यह शख्स राजपूत कॉलोनी का रहने वाला अशोक गुर्जर था। हालांकि पुलिस को पहले से ही इस हत्या में उसकी पत्नी पर शक था,लेकिन ऐसा कोई सबूत नहीं मिल रहा था, जिससे यह साबित किया जा सके। पुलिस जब मामले की जांच कर रही थी, तो आरोपी मृतक का चचेरा भाई समरत सिंह पुलिस की मदद करता रहा। लेकिन पुलिस उस पर भी बराबर नजर रखे हुए थी। समरत इतना शातिर निकला कि उसने ही पुलिस को अशोक के गायब होन की खबर दी थी। वो पुलिस के साथ अशोक को ढूंढने का नाटक भी करता रहा।
डेढ़ साल पहले करीब आए थे देवर-भाभी
पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि देवर और भाभी के बीच प्यार का बीज डेढ़ साल पहले पड़ा था। इसकी भनक अशोक को लगी, तो घर में झगड़ा होने लगा। भाभी को दुखी देख समरत ने भाई को ही रास्ते से हटाने का षड्यंत्र रच डाला। इस हत्याकांड में समरत ने अपने एक अन्य भाई हरिसिंह को भी शामिल कर लिया। दोनों ने अशोक के शराब पार्टी दी। अशोक को इतनी शराब पिला दी कि वो सुधबुध खो बैठा। इसके बाद समरत और हरिसिंह ने अशोक का गला दबा दिया। फिर लाश को सड़क किनारे फेंककर चले गए। दूसरे दिन समरत ने पुलिस में अशोक के गायब होन की रिपोर्ट लिखवा दी। लेकिन कहते हैं कि चोर की दाढ़ी में तिनका। देवर भाभी के हाव-भाव देखकर पुलिस को पहले ही दिन से शक हो गया था। भाभी ने भी मान लिया कि उसे देवर से प्यार हो गया था।