सार
पिता राहुल शर्मा बताते हैं कि बिट्टन मार्केट मैदान पर बच्चे क्रिकेट खेलते हैं, ऐसे बॉल लगने का डर रहता है। वहां कुत्तों के झुंड भी रहते हैं। हमने तात्या टोपे स्टेडियम के ट्रैक पर दौड़ने की अनुमति मांगी थी, लेकिन उन्होंने यह कहकर मना कर दिया कि बच्चा बहुत छोटा है। समझ नहीं आ रहा कि उसे कहां प्रैक्टिस कराऊं।
भोपाल (Madhya Pradesh) महज छह साल पांच महीने के वरेण्यम शर्मा 31 दिन का ‘इंडियन रनर दिसंबर चैलेंज’ पूरा किया है। 53 घंटे 14 मिनट 44 सेकंड में 251.03 किमी की दूरी दौड़कर तय किया है, जिसे जानने वाले भुनेश्वर के बुधिया सिंह को याद कर रहे है, जिन्होंने चार साल की उम्र में किमी की सफर तय किया था। लेकिन, वरेण्यम शर्मा अब उनके भी आगे निकल गए हैं। जिनके बारे में आज हम आपको बता रहे हैं।
हरी सब्जियां, फल और अंकुरित अनाज ही खाते हैं वरेण्यम
होशंगाबाद रोड स्थित सागर लाइफस्टाइल सोसायटी में वरेण्यम शर्मा रहते हैं। रोजाना घर में बना जूस पीते हैं। हरी सब्जियां, फल और अंकुरित अनाज ही खाते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एशियन बुक ऑफ रिकार्ड्स ने 8 दिसंबर 2020 को ग्रैंड मास्टर्स का टाइटल दिया था। इससे चार दिन पहले, यानी 4 दिसंबर को इस होनहार बच्चे का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ था। उन्हें ‘मैक्सिमम डिस्टेंस कवर्ड बाई ए किड वाइल रनिंग’ का टाइटल भी मिला है।
नहीं मिली स्टेडियम में दौड़ने की अनुमति
पिता राहुल शर्मा बताते हैं कि बिट्टन मार्केट मैदान पर बच्चे क्रिकेट खेलते हैं, ऐसे बॉल लगने का डर रहता है। वहां कुत्तों के झुंड भी रहते हैं। हमने तात्या टोपे स्टेडियम के ट्रैक पर दौड़ने की अनुमति मांगी थी, लेकिन उन्होंने यह कहकर मना कर दिया कि बच्चा बहुत छोटा है। समझ नहीं आ रहा कि उसे कहां प्रैक्टिस कराऊं।
पिता, दादा, दादी देते हैं पहरा
वरेण्यम शर्मा पिछले ढाई महीने से हर रोज पांच किमी दौड़ रहे हैं। एक दिन चैलेंज के दौरान दौड़ते समय मैदान में कुत्तों के झुंड ने उन पर हमला कर दिया था। यही कारण है कि अब वरेण्यम जब भी दौड़ लगाते हैं तो उनका परिवार सुबह से सुरक्षा में लग जाता है। उनके पिता, ताऊ, दादा और दादी पहरा देते रहते हैं, ताकि कोई आवारा कुत्ता उनके पास न आए।