सार

एक दिल दहला देने वाली घटना मध्य प्रदेश में सामने आई है। जहां जानवर लोगों ने दो मासूमों की पीट-पीठकर हत्या कर दी। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसे रात में एक सपना आया था, जिसमें भगवान ने उससे कहा था कि राक्षसों का संहार करना है, तो मैंने कर दिया। 

शिवपुरी (मध्य प्रदेश). कोई इतना बेरहम कैसे हो सकता है कि दो मासूम बच्चों को दर्दनाक मौत के घाट उतार दे। लेकिन ऐसी एक दिल दहला देने वाली घटना मध्य प्रदेश में सामने आई है। जहां जानवर लोगों ने दो मासूमों की पीट-पीठकर हत्या कर दी। पुलिस ने इस अपराध में शामिल दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। आरोपी बच्चों जब तक लाठी मारते रहे तब तक उनकी मौत नहीं हो गई।

आरोपी हत्या के पीछे बताई ये वजह
मामले के एक आरोपी हाकिम यादव ने पुलिस को बताया कि उसे रात में एक सपना आया था, जिसमें भगवान ने उससे कहा था कि राक्षसों का संहार करना है, तो मैंने कर दिया। हाकिम और रामेश्वर यादव दोनों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने बच्चों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए शिवपुरी भेज दिया हे। 

मृतक दोनों बच्चे रिश्ते में बुआ भतीजे हैं
दरअसल, यह घटना एमपी के शिवपुरी जिले की है। जिसे दो दिन पहले आरोपियों ने अंजाम दिया। मृतक बच्चे बाल्मीक समाज के हैं, जिनमें एक लड़की है जिसका नाम रोशनी है, तो वहीं दूसरा लड़का है जिसका नाम अविनाश है। जानकारी के मुताबिक, बच्चे रिश्ते में बुआ भतीजे हैं, बच्ची जहां 12 साल की है तो लड़का 10 साल का है। यह घटना उस दौरान हुई जब मासूम सड़क किनारे शौच कर रहे थे। वहीं एसपी राजेश चंदेल ने बताया कि इस मामले की अंधविश्वास और छुआछूत के एंगल को भी ध्यान में रखकर जांच की जा रही है। पूरी गांव में पुलिस की तैनाती कर दी गई है।

बच्चे के पिता ने बताई दर्दभरी कहानी
मासूम मृतक अविनाश के पिता मनोज ने पुलिस को बताया कि आरोपी हाकिम उसके परिवार से रंजिश रखता था। वह आए दिन हम लोगों को परेशान करता था। यहां तक कि हम लोगों को सरकार की किसी भी लाभ नहीं लेने देते थे। क्योंकि उनका जानने वाला ही सरपंच था। इसलिए हमारे घर कोई टॉयलेट नहीं बनने दिया और बच्चों को बाहर शौंच के लिए जाना पड़ा। जब हम लोग किसी भी हैंडपंप पर पानी भरने जाते थे तो वह हमको पानी नहीं भरने देते थे। घंटों हमको इंतजार करना पड़ता था। मनोज के अनुसार पूरे गांव के ऊंची जाति के लोग हमको जाति सूचक शब्द से बुलाते हैं।

मयावती ने कहा-अपराधियों को फांसी दो..
मायावती ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, “देश के करोड़ों दलितों, पिछड़ों व धार्मिक अल्पसंख्यकों को सरकारी सुविधाओं से काफी वंचित रखने के साथ-साथ उन्हें हर प्रकार की द्वेषपूर्ण जुल्म-ज्यादतियों का शिकार भी बनाया जाता रहा है। ऐसे में मध्य प्रदेश के शिवपुरी में दो दलित बच्चों की नृशंस हत्या अति-दुःखद व अति-निन्दनीय है।” उन्होंने इस तरह की घटनाओं के लिये कांग्रेस और भाजपा की दलित विरोधी सोच को ज़िम्मेदार ठहराया है। उन्होंने दोनों दलों से पूछा, “कांग्रेस और भाजपा की सरकार बताये कि गरीब दलितों व पिछड़ों आदि के घरों में शौचालय की समुचित व्यवस्था क्यों नहीं की गई है? ”मायावती ने इस मामले में दोषियों को सख़्त सज़ा दिलाने की मांग करते हुये कहा, “यह सच बहुत ही कड़वा है तो फिर खुले में शौच को मजबूर दलित बच्चों की पीट-पीट कर हत्या करने वालों को फांसी की सजा अवश्य दिलायी जानी चाहिए।”