सार
मध्य प्रदेश के रतलाम में एक महिला ने ऐसे अनोखे बच्चे को जन्म दिया है। जिसके दो सिर और तीन हाथ हैं। जिसे देख डॉक्टरों का कहना है कि करोड़ों में ऐसा एक केस होता है। सांइस की भाषा में इसे चमत्कार और पोलीसेफली कंडीशन कहते हैं।
रतलाम (मध्य प्रदेश). जब किसी घर में बच्चे का जन्म होता है तो नन्हें मेहमान को देखने और दंपत्ति को बधाई देने वालों का तांता लगा रहता है। लेकिन मध्य प्रदेश के रतलाम में एक महिला ने ऐसे अनोखे बच्चे को जन्म दिया है। जिसके दो सिर और तीन हाथ हैं, जिसे देखने वालों की भीड़ लगी हुई है। हर कोई इसकी झलक पाने के लिए अस्पताल पहुंच रहा है।
डॉक्टर बोले इसे साइंस का चमत्कार भी कहते
दरअसल, रतलाम के एमसीएच अस्तपताल में जावरा की रहने वाली महिला शाहीन ने इस अनोखे बच्चे को जन्म दिया है। लेकिन जब उसके दो सिर और तीन हाथ डॉक्टरों ने देखे तो वह हैरान रह गए। फिर आनन-फानन में जन्म के कुछ घंटों बाद ही नवजात की हालत को देखते हुए उसे इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल में आईसीयू में भर्ती किया गया है। बच्चे को सीनियर डॉक्टर्स के ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। जबकि प्रसूता फिलहाल रतलाम जिला अस्पताल में ही भर्ती है। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह के केस करोड़ों में एक होते हैं, इनको साइंस का चमत्कार भी कहा जाता है। साइंस की भाषा में इस तरह की स्थिति को पोलीसेफली कंडीशन कहते हैं।
एक ही धड़ से निकले हुए हैं दो सिर..तीसरा हाथ दोनों चेहरों के बीच
बता दें कि मासूम के ही धड़ से दो सिर जुड़े हुए हैं। तीन हाथों में से दो तो सामान्य जगह पर हैं, वहीं तीसरा हाथ दोनों चेहरों के बीच पीठ की तरफ निकला हुआ है। नवजात का इलाज करने वाले डॉक्टर डॉक्टर नावेद कुरैशी ने बताया कि इस तरह के केस में कई बच्चे या तो गर्भ में खत्म हो जाते हैं और अगर बच्चे का जन्म हो भी जाता है तो ज्यादा समय तक वह जीवित नहीं रह पाते हैं। हालांकि ऐसे मामलों में सर्जरी का विकल्प भी रहता है, लेकिन फिर उनके बचने की उम्मीद बहुत कम होती है।
पति-पत्नी अपनी पहली संतान के लिए कर रहे दुआ
रतलाम जावरा केऑटो चालक सोहेल की पत्नी शाहीन ने इस अनोखे बच्चे को जन्म दिया है। उनका यह पहला बच्चा है, वह मासूम के पैदा होते ही खुशियां मना रहे थे, लेकिन जब मासूम की सूरत देखी तो वह शॉक्ड हैं। वह कहा कि वे भगवान से दुआ कर रहे हैं कि उनका बच्चा ऑपरेशन से ठीक हो जाए। सोहेल खान ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान जब डॉक्टर्स ने बच्चे की स्थिति जांचने के लिए सोनोग्राफी कराई थी तो जुड़वा बच्चे पैदा होने की बात कही थी। खुद डॉक्टरों का कहना था कि अगर हुए तो जुड़वा यानि ट्विंस पैदा हो सकते हैं।