सार
अजित पवार बारामती से कई मर्तबा विधायक रहे हैं। डिप्टी सीएम बनने से पहले वो महाराष्ट्र की अलग-अलग सरकारों में मंत्री भी रहे। बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि ये दिग्गज नेता बारामती लोकसभा सीट से सांसद भी चुने गए। हालांकि बाद में चाचा शरद पवार के लिए संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
अजित बारामती विधानसभा सीट से एनसीपी के टिकट पर चुनाव जीत गए हैं।
बारामती/मुंबई। महाराष्ट्र की को-ओपरेटिव की राजनीति से कई दिग्गज नेता निकले। इसमें एक अहम नाम राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार का भी है। 1959 में जन्मे अजित मराठा क्षत्रप शरद पवार के बड़े भाई के बेटे हैं। हाल ही में विधानसभा चुनाव के लिए जब एनसीपी कमर कस रही थी, पार्टी के इस दिग्गज नेता ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। कारण क्या थे अब तक पता नहीं चला मगर राजनीतिक हलक़ों में इसकी खूब चर्चा हुई।
इस्तीफा देने के बाद कार्यकर्ताओं के बीच वो भावुक हो गए और फूट-फूटकर रो पड़े थे। एनसीपी के दिग्गज ने कहा था कि मेरी वजह से शरद पवार को इस उम्र में परेशान किया जा रहा है। मैं इन तमाम बातों से आहत हूं। अजित ने कहा, मैं शरद पवार की वजह से उप मुख्यमंत्री के पद तक पहुंचा और अब मेरी वजह से उनकी बदनामी हो रही है। बताते चलें कि चुनाव से पहले शरद पवार और उनके परिवार का नाम 25 हजार करोड़ के सहकारी बैंक घोटाले में आया था। ईडी ने एनसीपी नेताओं से पूछताछ भी की थी।
बारामती लोकसभा सीट से रह चुके सांसद
अजित पवार बारामती से कई मर्तबा विधायक रहे हैं। डिप्टी सीएम बनने से पहले वो महाराष्ट्र की अलग-अलग सरकारों में मंत्री भी रहे। बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि ये दिग्गज नेता बारामती लोकसभा सीट से सांसद भी चुने गए। हालांकि बाद में चाचा शरद पवार के लिए संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
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2014 में लगे थे भ्रष्टाचार के आरोप
डिप्टी सीएम रहने के दौरान अजित पवार पर विपक्ष ने घोटालों के कई आरोप लगाए थे। बीजेपी और शिवसेना ने अजित के खिलाफ सिंचाई विभाग के बड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगाया, जो 2014 के विधानसभा चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बना।
अजित पवार की पत्नी का नाम सुनीता है। वो राज्य में मंत्री रह चुके पद्म सिंह पाटिल की बेटी हैं। पवार दो बेटों के पिता हैं, जिनके नाम पार्थ और जय हैं।