सार
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में स्थित तडोबा नेशनल पार्क में अनोखा नजारा देखने को मिला जिसने वहां आए पर्यटकों का मन मोह लिया। वहां आए लोगों ने इस नजारें का आनंद लेते हुए याद के तौर तुरंत अपने कैमरों में कैद कर लिया।
चंद्रपुर (chandrapur).देशभर में घटती टाइगर की आबादी को फिर से बढ़ाने के लिए प्रोजेक्ट चालू किए गए। इसके तहत ही कई नेशनल पार्क में टाइगर रिजर्व प्रोजेक्ट चलाए गए,जिसका परिणाम ये हुआ कि अब वापस से टाइगर की स्थिति फिर ठीक होने लगी है। इसी कड़ी में महाराष्ट्र के चंद्रपुर में स्थित ताडोबा नेशनल पार्क में देखने को मिला। यहां एक बाघिन अपने शावक को मुंह में दबाए किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाती दिख रही है। इस दृश्य को लोगों ने अपने कैमरे में कैद किया।
माया नाम की बाघिन ने किया रोमांचित
नेशनल पार्क के सहायक प्रोटेक्टर महेश खोरे ने जानकारी देते हुए बताया कि मौसम में बदलाव होने के बाद 1 अक्टूंबर के बाद नेशनल पार्क और टाइगर सफारी को खोल दिया गया है। जैसे ही इसको ओपन किया गया उसके बाद से ही यहां 30 हजार से अधिक पर्यटक वहां पहुंच गए। इसके साथ ही वहां आए टूरिस्टों को माया नाम की टाइग्रेस ने भी लोगों को भरपूर आनंदित किया। दरअसल नंबर 88 की बाघिन जिसकी उम्र साल से अधिक की है। वह अपने 3 महीने के शावक को अपने मुंह में दबाए हुए दिखाई दी। इसके बाद वह उसे एक सुरक्षित स्थान पर ले जा रही है। जैसे ही वहां आए दर्शकों ने यह सीन देखा उसे तुरंत अपने साथ लाए कैमरों में कैद करने लगे। इसके बाद लोगों ने बनाए गए वीडियो को सोशल मीडिया में अपलोड कर दिया, जिसके बाद यह वायरल हो रहा है।
जंगल के संरक्षक ने बताया कि माया ने बाघिन ने पांचवी बार जन्म दिया है वह इसके पहले उसने 15 शावकों को जन्म दिया था। लेकिन उनमें से कुछ ही रिजर्व रहने में सक्षम पाए गए थे। अधिकारी ने बताया कि हमने बाघिन और शावक की एक्टिविटी को ट्रेक करने के लिए इलाके में कैमरा ट्रैप लगाए है।