सार

मुंबई के खार इलाके में रहने वाले एक शख्स को अपना थ्री बीएचके फ्लैट किराये पर देना है। लेकिन उसने जो विज्ञापन दिया, वो विवादों में घिर गया है। इसमें उसने साफ उल्लेख किया है कि घर मुस्लिमों और पालतू जानवरवालों को किराये पर नहीं दिया जाएगा। इस विज्ञापन की गूंज दूर तक सुनाई पड़ी है। पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने भी इस पर आपत्ति जताई है।

मुंबई. आमतौर पर किसी घर का विज्ञापन(Controversy advertisement) इतना आक्रामक नहीं होता। यहां के खार इलाके में एक थ्री बीएचके फ्लैट को किराये पर देने की जो शर्तें लिखी गई हैं, उससे विवाद खड़ा हो गया है। इसमें साफतौर कहा गया है कि घर मुस्लिमों को नहीं दिया जाएगा। वहीं, जो लोग पालतू जानवर रखते हैं, उन्हें भी यह घर किराये पर नहीं मिलेगा। इस विज्ञापन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने ट्वीट करके इसे भाजपा और आरएसएस की विचारधारा माना।


विज्ञापन किसी उन्मेष पाटिल ने दिया है
यह विज्ञापन किसी उन्मेष पाटिल ने दिया है। इस पर टिप्पणी करते हुए पत्रकार राणा अयूब ने लिखा है कि यह 20वीं सदी का भारत है। मुझे बताइए क्या यह रंगभेद नहीं है? हालांकि कुछ लोगों ने इस विज्ञापन का समर्थन किया है। लोगों का कहना है कि यह निजी प्रॉपर्टी है। यह मालिक का अधिकार है कि वो किसे देना चाहता है और किसे नहीं।