सार

महाराष्ट्र पुलिस ने आगरा हाइवे पर एक हथियारों से भरी स्कार्पियो को पकड़ा है। जिसमें 89 तलवारें और एक खंजर बरामद किया है। पुपुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जिन चार आरोपियों को पकड़ा है, उनमें मोहम्मद शरीफ(35), शेख इलियास शेख लतीफ (32), सैयद नई सैयद रहीम (29) और कपिल दाभाड़े (35) शामिल हैं। 
 

धुले, महाराष्ट्र (Maharashtra) के धुले (Dhule) में हथियारों का जखीरा मिलने से सनसनी फैल गई है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या राज्य को दंगों की आग में झुलसाने की साजिश चल रही है। आगरा हाइवे पर पुलिस ने एक स्कार्पियो से 89 तलवारें और एक खंजर बरामद किया है। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि इन हथियारों को लेकर वे राजस्थान (Rajasthan) के चित्तौड़गढ़ (Chittorgarh) से लेकर आ रहे थे और इसे जालना ले जाना था। 

कैसे पुलिस के हाथ लगे
धुले पुलिस की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह करीब सात बजे मुंबई-आगरा हाइवे पर सोंगिर पुलिस की एक टीम जा रही थी, इसी दौरान उन्हें एक संदिग्ध स्कॉर्पियो दिखाई दी, जिसका नंबर MH09-CM-0015 है। पुलिस ने इसका पीछा किया और ड्राइवर को रोकने को कहा लेकिन वह रोकने की बजाय भागने लगा। जिसके बाद पुलिस ने उसका पीछा किया और करीब आधे घंटे बाद गाड़ी को रोक लिया। पुलिस ने जब इसकी तलाशी ली तो इसमें धारदार हथियार रखे हुए थे। गाडी में ड्राइवर समेत तीन लोग थे। 

कहां से हथियारों का कनेक्शन
पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार पाटिल ने मीडिया को बताया कि जो हथियार बरामद किए गए हैं उनकी कुल कीमत 7 लाख 13 हजार 600 रुपए है। इसे राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में बनाया गया है। अभी पूछताछ चल रही है, इनका क्या मकसद है और हथियार जालना क्यों ले जाया जा रहा, इस संबंध में जांच चल रही है। उन्होंने बताया कि पूछताछ के आधार पर अभी कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।

बड़ी साजिश की बू- बीजेपी
वहीं, बीजेपी का आरोप है कि राज्य में दंगे फैलाने की साजिश की बू आ रही है। यह तलवारें उस राज्य से ले आई जा रही हैं, जहां कांग्रेस की सरकार है। यह महाराष्ट्र में दंगा करवाने की बड़ी साजिश है। बीजेपी नेता राम कदम ने कई सवाल भी उठाए गए हैं। जिसमें कहा गया है कि अभी कुछ दिन पहले ही पुणे में भी हथियार का जखीरा मिला, जो औरंगाबाद जा रहा था। आखिर इस साजिश में कौन-कौन शामिल है? महाराष्ट्र सरकार क्या इसकी मूल तक जाएगी? इतनी भारी मात्रा में हथियार लाने का मकसद क्या है? बता दें कि तीन हफ्ते पहले पुणे में 97 तलवारें पकड़ी गई थीं।