सार

चुनाव आने पर चुनाव आया, सेक्युलरिज्म सेक्युलरिज्म…क्या मिला मुसलमानों को सेक्युलरिज्म से? इससे आरक्षण मिला? हक मिला? इंसाफ मिला? क्या इससे मस्जिद गिराने वालों को सजा मिली? सिर्फ मीठी-मीठी बातें मिलीं। मैं पॉलिटिकल सेक्युलरिज्म को नहीं मानता। मैं वो सेक्युलरिज्म को मानता हूं जो संविधान में लिखा है। 
 

मुंबई : मुस्लिम आरक्षण की मांग और वक्फ बोर्ड की जमीन की बंदरबांट को रोकने की मांग को लेकर शनिवार को AIMIM ने तिरंगा यात्रा निकाली। औरंगाबाद से शुरू हुई यह यात्रा मुंबई (Mumbai) के चांदिवली पहुंची, जहां एक सभा का आयोजन हुआ। इस सभा में AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा कि, चुनाव आने पर चुनाव आया, सेक्युलरिज्म सेक्युलरिज्म…क्या मिला मुसलमानों को सेक्युलरिज्म से? इससे आरक्षण मिला? हक मिला? इंसाफ मिला? राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि मुस्लिम आरक्षण की मांग पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी सरकार गंभीर नहीं है। इसने मुसलमानों का इस्तेमाल वोट बैंक के तौर पर किया है और बदले में इस कौम को धोखा देने के अलावा कुछ नहीं दिया है।

सेक्युलरिज्म से मुसलमानों को क्या मिला
ओवैसी ने कहा कि, चुनाव आने पर चुनाव आया, सेक्युलरिज्म सेक्युलरिज्म…क्या मिला मुसलमानों को सेक्युलरिज्म से? इससे आरक्षण मिला? हक मिला? इंसाफ मिला? क्या इससे मस्जिद गिराने वालों को सजा मिली? सिर्फ मीठी-मीठी बातें मिलीं। मैं पॉलिटिकल सेक्युलरिज्म को नहीं मानता। मैं वो सेक्युलरिज्म को मानता हूं जो संविधान में लिखा है। हाईकोर्ट ने कहा कि मुसलमान पिछड़े हैं। आरक्षण का हक मुसलमानों को संविधान देता है। फिर क्यों मुसलमानों को आरक्षण क्यों नहीं दिया जाता? ओवैसी ने कहा कि, सेक्युलेरिज्म ने मुसलमानों को सबसे ज्यादा धोखा दिया है। मैं यूपी जा रहा हूं, वहां शुरू हो गया कि ओवैसी आ रहा है, सेक्युलरिज्म खतरे में है। तो क्या सिर्फ हमने सेक्युरिज्म का ठेका ले रखा है? 

सिर्फ राष्ट्रवाद का राग अलापती है शिवसेना
असदुद्दीन ओवैसी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, शिवसेना (Shivsena) जो राष्ट्रवाद-राष्ट्रवाद 24 घंटे नारे देती है। वो यह क्यों भूल गए कि तिरंगा राष्ट्रवाद की पहचान है। उसे लेकर जब मोर्चा आगे बढ़ रहा था तो उसे रोकने की कोशिश क्यों की गई। यह तिरंगा राष्ट्रवाद की पहचान भी है, हमारी कुर्बानी की कहानी भी है। हमारे बुजुर्गों की निशानी भी है। आखिर आप तिरंगा के खिलाफ भी कैसे हो गए? आपने तिरंगा यात्रा को रोकने की कोशिश क्यों की?

सिर्फ मराठा आरक्षण की बात ही क्यों
ओवैसी ने मुसलमानों के लिए आरक्षण की तरफदारी करते हुए कहा कि, मुसलमानों के पास मराठाओं से जमीनें कम, शिक्षा कम, नौकरी कम फिर क्या शिवसेना, NCP, कांग्रेस (Congress) का दिल सिर्फ मराठाओं के लिए धड़केगा? यह थ्री इन विन सरकार मुसलमानों के लिए भी कभी कुछ सोचेगी या नहीं? 83 फीसदी मुसलमानों के पास अपनी जमीन नहीं है। 4 फीसदी मुसलमान सिर्फ ग्रेजुएट हुए। मुसलमान पढ़ना चाहता है। ये संघ के लोग झूठे हैं जो कहते है कि मुलमान पढ़ना नही चाहता। आप हमें आरक्षण दो। देखो हमारे बच्चे क्या करते हैं। उनके पास पैसे नहीं हैं। 22 फीसदी प्राइमरी में एडमिशन और डिग्री सिर्फ 4 फीसदी मुसलमान ले पाते हैं। आरक्षण के लिए मुसलमानों के पक्ष में तर्क देते हुए उन्होंने कहा कि,  20 फीसदी मुसलमान 20 हजार से भी कम कमाते हैं। 67 फीसदी मुसलमान कच्चे घरों में रहते हैं। 15.52 फीसदी मराठा IAS अधिकारी है। मुसलमानों में से एक भी IAS अधिकारी महाराष्ट्र में नहीं है। सभी पार्टियां मराठा आरक्षण की बात कर रही है। मुस्लिम आरक्षण की बात सिर्फ AIMIM कर रही। 

मुसलमान को पीछे रख तरक्की नहीं हो सकती
ओवैसी ने कहा कि, मुसलमान इस मुल्क की सबसे बड़ी मेजोरिटी है। अगर इस मुल्क को आगे जाना है तो मुसलमानों को पीछे छोड़ कर नहीं जाया जा सकता। हमें रोकने के लिए कहा गया कि मुंबई में ओमिक्रॉन है। 11 और 12 तारीख के लिए धारा 144 लगाई गई। दो दिनों के लिए ओमिक्रॉन है, फिर ओमिक्रॉन खत्म? देखिए यह सरकार हमसे कितना डरती है। अपनी ताकत को पहचानिए। मैं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से पूछना चाहता हूं कि जब राहुल गांधी (Rahul gandhi) मुंबई आएंगे, तब भी ओमिक्रॉन का नाम लिया जाएगा, धारा 144 लगाई जाएगी कि उनका फूलों से स्वागत किया जाएगा? 

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