सार

शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में गांधी परिवार का समर्थन करते हुए जी-23 नेताओं की तुलना सड़े हुए आम से की है तो वहीं अशोक गहलोत ने कपिल सिब्बल पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें तो कांग्रेस की ABCD ही नहीं पता।

मुंबई : पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद अलग-थलग पड़े गांधी परिवार को शिवसेना और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) का साथ मिला है। जहां कांग्रेस के 'जी 23' ग्रुप के नेता बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) के आवास पर बैठक करने जा रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र और राजस्थान से समर्थन के हाथ भी खड़े हो गए हैं। शिवसेना (Shiv Sena) ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में गांधी परिवार का समर्थन करते हुए जी-23 नेताओं की तुलना सड़े हुए आम से की है तो वहीं अशोक गहलोत ने कपिल सिब्बल पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें तो कांग्रेस (Congress) की ABCD ही नहीं पता।

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नया बगीचा फुलाना होगा - सामना

संपादकीय में शिवसेना ने लिखा है कि अगर आने वाले वक्त में बीजेपी (BJP) से मुकाबला करना है तो नैरेटिव चेंज करना होगा। कांग्रेस की थाली और कटोरी में खा-पीकर कई बार डकार लेकर जो नेता स्वस्थ हुए हैं वो आज 'जी-23' ग्रुप में हैं और पार्टी की हार पर विलाप कर रहे हैं। जी-23 का समूह सड़ा हुआ आम हैं। इनमें से कितने नेता पांच राज्यों के चुनाव में जमीन पर उतरे थे? कितनों ने प्रत्यक्ष रूप से प्रचार में खुद को झोंक दिया था? केवल गांधी परिवार ही एकमात्र बल स्थान नहीं रह गया है। कांग्रेस की जड़ें सूख गई हैं और वृक्ष पत्ता विहीन हो गया है। पत्ते अंकुरित हों, बहार आएं और वातावरण ताजा हो, ऐसा किसी को मन से लगता है तो वृक्षों की पूरी छंटाई कर नया बगीचा फुलाना होगा। 

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सिब्बल को कांग्रेस की ABCD नहीं आती - गहलोत

वहीं, दूसरी तरफ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी गांधी परिवार का समर्थन किया है। कपिल सिब्बल के पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाने पर गहलोत ने उन पर निशाना साधा और कहा कि कपिल सिब्बल कोई कांग्रेस संस्कृति के व्यक्ति नहीं हैं, उनसे मैं यह उम्मीद नहीं करता था। गहलोत ने कहा कि जिस प्रकार की वह भाषा बोल रहे हैं, जिस प्रकार की उनका सोच है, मैं समझता हूं कि वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कपिल सिब्बल सिर्फ अपनी फ्रस्टेशन निकाल रहे हैं। सिब्बल बहुत बड़े और देश के जाने-माने वकील हैं जिसके चलते उनको कांग्रेस में जगह मिली है, सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के आशीर्वाद और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के सहयोग से कपिल सिब्बल को मंत्री बनने का मौका मिला, पार्टी के स्पोक्सपर्सन रहे। लेकिन उन्हें कांग्रेस की एबीसीडी ही नहीं मालूम है।

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