सार

महाराष्ट्र के बीड में चाचा और भतीजे की लड़ाई की ओर समूचे राज्य का ध्यान लगा हुआ है। यहां पर संदीप क्षीरसागर और जयदत्त क्षीरसागर इन चाचा भतीजे में चल रहा संघर्ष अब एक दूसरे के चरित्र हनन तक पहुंच गया है। भतीजा संदीप ने अपने चाचा जयदत्त के खिलाफ बोलते हुए उनके लिए अपमानित करने वाले शब्दों का उपयोग किया। 

मुंबई. महाराष्ट्र के बीड में चाचा और भतीजे की लड़ाई की ओर समूचे राज्य का ध्यान लगा हुआ है। यहां पर संदीप क्षीरसागर और जयदत्त क्षीरसागर इन चाचा भतीजे में चल रहा संघर्ष अब एक दूसरे के चरित्र हनन तक पहुंच गया है।

भतीजा संदीप ने अपने चाचा जयदत्त के खिलाफ बोलते हुए उनके लिए अपमानित करने वाले शब्दों का उपयोग किया।  जिसे उत्तर देते हुए जयदत्त क्षीरसागर ने 'नशे में बोलने वाले को मैं उत्तर नहीं देता' ऐसा कहा। 

शुरू हुई जुबानी जंग-

जिसके बाद संदीप क्षीरसागर बौखला गए है, अब उन्होंने अपने चाचा के चरित्र के सबूत देने की बात कही है। बीड में संदीप क्षीरसागर ने जयदत्त क्षीरसागर के खिलाफ टिपण्णी करते हुए कहा, हम गुंडागर्दी करते है, ऐसा आरोप मेरे चाचा ने किया, लेकिन मैंने कभी व्यक्तिगत टिपण्णी नहीं की। हमारे चाचा के चरित्र के सबूत मैं पत्रकारों को दे दूंगा। इन सबूतों को आप किसी भी फोरेंसिक लैब से टेस्ट कर सकते है, अगर सबूत झूठे निकले तो मैं चुनाव से वापस हट जाऊंगा।

महाराष्ट्र की राजनीति में चाचा भतीजे का संघर्ष नया नहीं है लेकिन बीड में इन चाचा भतीजे के बीच में वस्त्रहरण करने की बाते कहीं जा रही है, जो चर्चा का विषय है।

कैबिनेट मंत्री बनने के लिए चाचा ने दिए 50 करोड़

राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता संदीप क्षीरसागर ने इससे पहले भी अपने चाचा पर आरोप हुए कहा, ‘हमारे चाचा जयदत्त क्षीरसागरने मंत्री बनने के लिए 50 करोड़ रुपये दिए। 50 करोड़ रुपये से बीड का कायाकल्प किया जा सकता था।’ऐसा संदीप ने कहा था। 

जयदत्त क्षीरसागर ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से विधायक पद का इस्तीफा देकर  मई में शिवसेना में प्रवेश किया था। जिसके बाद उन्हें देवेंद्र फडणवीस सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। अब बीड में जयदत्त के सामने उनके भतीजे संदीप की चुनौती है।