सार
बच्चों को मां-बाप की डांट भी अब बहुत बुरी लगने लगी है। ये दो घटनाएं यही बताती हैं। मुंबई और पुणे में रहने वाले दो बच्चों ने मां-बाप की डांट से नाराज होकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली। पुणे में रहने वाले 10 साल के बच्चे से गलती से मटन का बर्तन लुढ़क गया था। इसके बाद पिता ने उसे डांटा था। वहीं, मुंबई में रहने वाले 12 साल के बच्चे को उसकी मां ने मोबाइल गेम खेलने पर डांटा था।
पुणे/मुंबई, महाराष्ट्र. ये दो घटनाएं आपको अलर्ट करती हैं। समय के साथ बदलते बच्चों की भावनाओं का ध्यान रखें। यह हैरानी वाली बात है कि आजकल के बच्चों को मां-बाप की डांट भी बहुत बुरी लगने लगी है। मुंबई और पुणे में रहने वाले दो बच्चों ने मां-बाप की डांट से नाराज होकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली। पुणे में रहने वाले 10 साल के बच्चे से गलती से मटन का बर्तन लुढ़क गया था। इसके बाद पिता ने उसे डांटा था। वहीं, मुंबई में रहने वाले 12 साल के बच्चे को उसकी मां ने मोबाइल गेम खेलने पर डांटा था।
मटन गिरने पर पिता ने लगाई थी डांट
10 साल का वेंकटेश लक्ष्मण पुरी यहां चिखली इलाके में श्रीकुंज हाउसिंग सोसायटी की मोरे बस्ती में रहता था मंगलवार को उसने बाथरूम की खिड़की की ग्रिल में फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। बच्चे के पिता ऑटो चलाते हैं, जबकि मां घरों में काम करती है। घटना के वक्त दोनों काम पर गए थे। बताते हैं कि वेंकटेश से मटन का बर्तन लुढ़क गया था। पिता ने इस बात पर उसे डांट दिया था। चौथी क्लास में पढ़ने वाले बच्चे को यह बात नागवार गुजरी। जब मां-बाप घर लौटे, तब घटना का पता चला।
मोबाइल खेलने से रोका, तो दे दी जान
बच्चे के मोबाइल पर गेम खेलने की आदत से परेशान एक मां ने उसे डांट दिया। इससे नाराज होकर उसने मां के दुपट्टे से फांसी लगा ली। 12 साल का मोहम्मद अली खान शिवाजीनगर इलाके में रहता था। बच्चे के दिनभर मोबाइल पर गेम खेलने की आदत से उसकी मां नीलोफर काफी परेशान थी। मंगलवार सुबह मां ने बच्चे से मोबाइल छीनकर पढ़ने को बोला था। इसके बाद बच्चा नाराज होकर घर की तीसरी मंजिल पर चल गया। इसके बाद कमरे का दरवाजा बंद करके सुसाइड कर लिया।