सार

शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने सोमवार को कहा कि, आदित्य ठाकरे का यह दौरा कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है। न ही इसके पीछे पार्टी का कोई एजेंडा है। आदित्य के साथ शिवसेना नेताओं की टीम रहेगी, जो अयोध्या में उनकी व्यवस्थाओं का ख्याल रखेगी।

मुंबई : महाराष्ट्र (Maharashtra) के पर्यटन और पर्यावरण मंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ( Uddhav Thackeray) के बेटे आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) रामलला का दर्शन करने 15 जून को रामनगरी अयोध्या (Ayodhya) जाएंगे। वह यहां सुबह-सुबह रामलला का दर्शन कर पूजा-पाठ करेंगे। दोपहर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे और शाम को सरयू की आरती करेंगे। इसके साथ ही आदित्य ठाकरे पास के ही इस्कान मंदिर भी जाएंगे। उनका अयोध्या दौरा ऐसे वक्त हो रहा है, जब हिंदुत्व के मुद्दे पर शिवसेना बीजेपी और मनसे के निशाने पर है। हालांकि शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत (Sanjay Raut) ने उनके इस दौरे को लेकर किसी एजेंडे से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि यह किसी तरह से सियासी कार्यक्रम नहीं है।

अयोध्या से मिलेगी ऊर्जा
शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी शिवसेना का मानना है कि अयोध्या जाने से ऊर्जा मिलती है। पार्टी प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी भगवान राम का दर्शन करने अयोध्या आ चुके हैं। अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने के मौके पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सपरिवार अयोध्या पहुंचे थे। जानकारी के मुताबिक उद्धव ठाकरे 2018 से तीन बार अयोध्या जा चुके हैं। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि इसके पीछे शिवसेना का हिंदुत्व का एजेंडा भी हो सकता है।

10 जून को होने वाला था दौरा
इससे पहले आदित्य ठाकरे को 10 जून को ही अयोध्या जाना था लेकिन राज्यसभा चुनाव के चलते उनको यह दौरा टालना पड़ा था। अब पार्टी की तरफ से उनके दौरे की नई तारीख 15 जून बताई गी है। इस दिन वह रामनगरी में ही रहेंगे और भक्तिभाव में लीन नजर आएंगे। हालांकि कुछ लोग इसे पार्टी के सियासी ट्रंप कार्ड के तौर पर देख रहे हैं लेकिन शिवसेना इससे इनकार कर रही है। इस दौरे को लेकर राजनीति होने की भी आशंका जताई जा रही है।

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