सार

बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने अनिल परब के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। उनका आरोप है कि रत्नागिरी जिले की दापोली तहसील में पड़ने वाले मुरुड गांव में परब ने एक रिसॉर्ट बनवाया है। धोखाधड़ी और जालसाजी की कमाई से बनवाए गए इस रिसॉर्ट की लागत 10 करोड़ है।

पुणे : महाराष्ट्र (Maharashtra) की उद्धव सरकार का एक और मंत्री ED की रडार पर है। गुरुवार सुबह-सुबह राज्य के परिवहन मंत्री और शिवसेना नेता अनिल परब ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने दबिश दी है। सात जगहों पर छापेमारी चल रही है। जानकारी मिल रही है कि ईडी की यह कार्रवाई उनके दापोली रिसॉर्ट से जुड़ा हुआ है। बता दें कि हाल ही में ईडी ने मंत्री परब के खिलाफ केस दर्ज किया था। वे महाराष्ट्र सरकार में तीसरे मंत्री हैं, जिन पर इस तरह का एक्शन लिया गया है। इससे पहले मनी लॉन्ड्रिंग केस में अनिल देशमुख और नवाब मलिक पर भी कार्रवाई हो चुकी है। दोनों इस वक्त जेल में हैं।

बीजेपी नेता की शिकायत पर एक्शन
अनिल परब पर यह कार्रवाई बीजेपी नेता किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) की शिकायत के बाद हुई है। सोमैया का आरोप है कि रत्नागिरी जिले की दापोली तहसील के मुरुड गांव में परिवहन मंत्री ने एक बेहतरीन रिसॉर्ट बनवाया है, जिसकी लागत 10 करोड़ है। उन्होंने आरोप लगाया कि धोखाधड़ी और जालसाजी से बनवाया गए इस रिसॉर्ट का निर्माण लॉकडाउन के दौरान खेती की जमीन पर कराया गया। इसकी जांच के साथ उन्होंने एक्शन की मांग की थी। 

अनिल परब की मुश्किलें बढ़ेंगी
बताया जा रहा है कि दापोली में 2017 में परब ने एक करोड़ रुपए का जमीन खरीदा। दो साल बाद 2019 में इसे रजिस्टर्ड कराया गया। आरोप यह है कि एक साल बाद 2020 में इस जमीन को मुंबई के एक केबल ऑपरेटर सदानंद कदम को एक करोड़ 10 लाख में बेच दी गई। 2017 से 2020 के बीच ही इस रिसॉर्ट का निर्माण कराया गया। बता दें कि अनिल परब सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के करीबी माने जाते हैं। शिवसेना के ताकतवर नेताओं में परब एक हैं। उन पर पहले भी मुंबई पुलिस के पूर्व एपीआई सचिन वाजे ने 50 करोड़ की वसूली का आरोप लगाया था।

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