सार

महाराष्ट्र पुलिस की तीन टीमें आठ दिन से गुजरात में डटी थी। जिसके बाद दोनों शूटर को पकड़ा गया। दोनों को मुंबई लाकर पुलिस रिमांड लिया गया है। संतोष जाधव और नवनाथ सूर्यवंशी से पूछताछ के लिए पंजाब पुलिस की टीम भी पुणे पहुंच चुकी है।

पुणे : पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की हत्या मामले में शॉर्प शूटर संतोष जाधव (Santosh Jadhav) को गुजरात से गिरफ्तार कर लिया गया है। वह महाराष्ट्र के पुणे का रहने वाला है। वह गैंगस्टर अरुण गवली गैंग का सदस्य है। पुणे पुलिस ने उसे कच्छ से पकड़ा है। जहां वह अपने साथी नवनाथ सूर्यवंशी के साथ था। संतोष जाधव और नवनाथ सूर्यवंशी को दिल्ली पुलिस ने मूसेवाला हत्याकांड में शामिल बताया था। हालांकि दोनों की गिरफ्तारी 2021 में पुणे में हुए एक मर्डर केस में हुई है।

मूसेवाला मर्डर का लिंक तलाश रही पुलिस
वहीं, मूसेवाला की हत्या में ये दोनों शामिल हैं या नहीं, इसकी जांच चल रही है। उसके गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) गैंग के लिंक को भी पुलिस तलाश रही है। महाकाल से पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस ने किया था दावा पुणे पुलिस ने पहले पुणे से शार्प शूटर सिद्धेष हीरामन कांबले उर्फ सौरव महाकाल को पकड़ा था। जिसे भी मूसेवाला की हत्या में शामिल बताया गया। हालांकि उससे पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस ने कहा कि वह हत्या में शामिल नहीं है। उसने शूटर जरूर उपलब्ध कराए।

आठ दिन से गुजरात में थी पुलिस की टीम
महाराष्ट्र के ADGP लॉ एंड ऑर्डर कुलवंत कुमार सारंगल ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ दिन पहले मीडिया से जानकारी मिली कि मूसेवाला मर्डर में महाराष्ट्र के भी कुछ लोग शामिल हैं। इसके बाद पुलिस ने संतोष जाधव और सौरव महाकाल के रिकॉर्ड को खंगालना शुरू किया। तब पता चला कि मकोका केस में संतोष जाधव फरार चल रहा है। जबकि सौरव महाकाल (Saurav Mahakal) के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। फिर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो जो जानकारी मिली उसी के हिसाब से अलग-अलग टीमें गुजरात भेजी गईं। जहां आठ दिन के बाद पुलिस को सफलता  हालथ लगी और संतोष और नवनाथ दोनों पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

अब तक 3 शूटर गिरफ्तार, 5 फरार
बता दें कि मूसेवाला मर्डर केस में पुलिस की तरफ से आठ संदिग्ध शार्प शूटर्स की लिस्ट जारी की गई है। इसमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें पुणे का सौरव महाकाल, संतोष जाधव और बठिंडा का हरकमल रानू शामिल है। जिसमें से हरकमल रानू को पंजाब पुलिस नशेड़ी बताकर इस हत्याकांड में उसकी संलिप्तता से इनकार कर चुकी है। दिल्ली पुलिस ने भी सौरव महाकाल के इस हत्या में शामिल होने से मना कर चुकी है। वहीं, मूसेवाला हत्याकांड में पंजाब पुलिस के हाथ अब तक खाली है। चार शार्प शूटर्स की पहचान जरुर की गई है लेकिन अब तक कोई भी हाथ नहीं लगा है। शूटर्स की मदद करने वाले आठ लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। 

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