सार

रत्नागिरी जिले के जायरे गांव की रहने वाली 19 वर्षीय दीप्ति विश्वासराव का बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना था। सचिन तेंदुलकर ने अपने 'सेवा सहयोग फाउंडेशन' के जरिए दीप्ति के सपने को पूरा करने के लिए आर्थिक मदद करने का फैसला किया है। जिसके तहत दीप्ति की मेडिकल की पढ़ाई का खर्च वह देंगे।

रत्नागिरी (महाराष्ट्र). मास्टर ब्लास्टर और क्रिकेट की दुनिया के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर इन दिनों परोपकार कर लोगों की मदद करने में लगे हुए हैं। हाल ही में उन्होंने रत्नागिरी के एक गरीब किसान की बेटी का सपना पूरा करके लिए मदद का हाथ बढ़ाया है। तेंदुलकर के सहयोग से अब यह बेटी डॉक्टर बनेगी। 

सपना पूरा करने के लिए रिश्तेदारों से लिया उधार पैसा
दरअसल, रत्नागिरी जिले के जायरे गांव की रहने वाली 19 वर्षीय दीप्ति विश्वासराव का बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना था। हालांकि उसने दिन-रात मेहनत कर किसी तरह नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट पास कर लिया, अब उसे अकोला के एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिल गया है। लेकिन इस दौरान उसे आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। पढ़ाई के खर्च के लिए उसने पड़ोसी और रिश्तेदारों से उधार पैसा लिया हुआ था। लेकिन अब सचिन तेंदुलकर ने अपने 'सेवा सहयोग फाउंडेशन' के जरिए दीप्ति के सपने को पूरा करने के लिए आर्थिक मदद करने का फैसला किया है। जिसके तहत तेंदुकलकर ने दीप्ति की मेडिकल की पढ़ाई का खर्च उठाने का वादा किया है।

दीप्ति ने इस तरह सचिन का जताया आभार
सचिन की मदद की घोषण करने के बाद दीप्ति ने तेंदुलकर के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया है। साथ ही लिखा- मेरे पिता छोटे किसान हैं और मां एक हाउस वाइफ हैं। परिवार में मेरे माता-पिता के अलावा छोटे भाई सहित चार सदस्य हैं। परिवार का खर्चा ही किसी तरह से चलता है, फिर इतनी महंगी पढ़ाई कैसे होती। मुझे छात्रवृत्ति देने के लिए मैं सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन की आभारी हूं। अब मैं उनकी इस मदद से बिना टेंशन से अपनी पढ़ाई कर सकूंगी। सारा समय सिर्फ पढ़ाई पर ही केंद्रित करूंगी। क्योंकि मेरा सपना एक अच्चा डॉक्टर बनना है। जिससे गरीब लोगों का इलाज कर सकूं।

सचिन ने कही दिल छू लेने वाली बात
वहीं दीप्ति की मदद करने के बाद सचिन ने सोशल मीडिया पर लिखा 'सपना पूरा करने के लिए दिन रात मेहनत करनी पड़ती है। दीप्ति इसके लिए एक सबसे अच्छा उदाहरण हैं। दीप्ति की कहानी कईयों के लिए प्रेरित करेगी। किस तरह उसने अपने लक्ष्यों के लिए कड़ी मेहनत की। उसकी इस यात्रा और भविष्य के लिए मेरी तरफ से शुभकामनाएं'