सार

यह दिल दहला देने वाली घटना शनिवार को महाराष्ट्र के पुणे शहर से सामने आई थी। जहां एक परिवार के चार लोगों के शव उनके ही घर में मिले थे। पहले यह मामला सामूहिक सुसाइड का लग रहा था। लेकिन अब इसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। क्योंकि वारदात को परिवार के इंजीनियर बेटे ने अंजाम दिया था।

पुणे. महाराष्ट्र के पुणे में शुक्रवार को एक परिवार के चार सदस्यों की उनके ही घर में लाश मिलने से हड़कंप मच गया था। सभी लोग इस केस को परिवार द्वारा सामूहिक आत्महत्या का मामला समझ रहे थे। लेकिस इस मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। जिसने हर किसी को हिलाकर रख दिया है।  दरअसल, यह केस सुसाइड नहीं, बल्कि सामूहिक मर्डर का है। जिसे बाहर के किसी व्यक्ति ने नहीं, बल्कि घर के ही युवक ने अंजाम दिया था। इंजीनियर बेटे ने पहले अपने माता-पिता और बहन को खाने में जहर मिलाकर खिलाया, फिर खुद ने भी यही जाहर खाकर जिंदगी समाप्त कर ली।

शेयर मार्केट में पैसा डूब गया, तो आया मरने का ख्याल
दरअसल, पुलिस ने इस मामले में खुलासा किया है कि मृतक परिवार का बेटा पेशे से एक इंजीनियर था। लेकिन वह शेयर मार्केट में पैसा निवेश भी करता था। बताया जाता है कि शेयर बाजार में उसे बड़ा घाटा लग गया था। उसके सारे परिवार की जमा पूंजी डूब चुकी थी। इतना ही नहीं उसने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से जो पैसा उधार लिया था, वह भी जा चुका था। ऐसे में उसे समझ नहीं आ रहा था कि अब कैसे लोगों का कर्ज उतारेगा और परिवार का खर्च चलएगा। इसलिए उसने इस खौफनाक काम को अंजाम दिया। 

इंजीनियर बेटे को बस हो रही थी एक ही टेंशन
बता दें कि यह मृतक परिवार मूल रूप से अमरावती जिले के दर्यापुर शहर के रविदास नगर का रहने वाला था। वह एक साल पहले ही पुणे में रहने के लिए आया था। बेटे को इंजीनियर पढ़ाई करने के बाद शेयर मार्केट में दिलचस्पी हो गई। उसने नौकरी करने की बजाए इसी में अपना फ्यूचर बनाने की प्लानिंग कर ली। उसने खुद तो इसमें पैसा निवेश किया, बल्कि अपने दोस्तों और परिवार का पैसा भी शेयर में लगाने के लिए  प्रेरित किया। शुरू में तो कुछ लोगों को इससे फायदा हुआ, लेकिन बाद में पैसा डूबने लगा। तो इंजीनियर बेटा हताश और निराश रहने लगा। वह समझ ही नहीं पा रहा था कि अब उसका और उसके परिवरा का क्या होगा।

दिल टूटा तो पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया
 इस घटना को अंजाम देने वाले इंजीनियर बेटे का नाम ऋषिकेश थोटे था। वहीं उसके पिता 50 वर्षीय दीपक थोटे की आर्थिक हालत ठीक नहीं थी। मां इंदू भी कहीं बाहर काम पर जाने लगी थी। जबकि उसकी  17 साल की छोटी बहन समीक्षा पढ़ाई कर रही थी। जब बेटे को लगा कि मेरे जाने के बाद उसके इस परिवार का क्या होगा और कर्ज लौटाने का कोई विकल्प नहीं सूझा तो उसने बाजार से जहर लाकर खाने में मिला दिया और पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया। यह दिल दहला देने वाली घटना पुणे जिले मुंधावा के केशव नगर कालोनी की है। जहां शनिवार सुबह एक मकान में रह रहे पति-पत्नि और बच्चों के शव मिलने से हड़कंप मच गया।