सार
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने बड़ा निशाना साधा है। शिवसेना ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की दशहरा रैली भारतीय जनता पार्टी समर्थित कार्यक्रम था।
मुंबई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने बड़ा निशाना साधा है। शिवसेना ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की दशहरा रैली भारतीय जनता पार्टी समर्थित कार्यक्रम था। शिवसेना ने यह तंज भी कसा कि उन्होंने अपने भाषण के दौरान केवल 'मोदी-शाह चालीसा पढ़ी'। शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को डुप्लिकेट शिवसेना भी करार दिया। एक मीडिया रिपोर्ट में पार्टी ने दावा किया कि शिंदे खेमे ने बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में आयोजित दशहरा रैली पर 50 करोड़ रुपये से 100 करोड़ रुपये खर्च किए होंगे, क्योंकि लगभग 2,000 बसों को फेरी लगाने के लिए बुक किया गया था। समर्थकों और कार्यक्रम में शामिल हुए दो लाख से अधिक लोगों को भोजन कराया गया।
रिपोर्ट में कहा गया कि बीकेसी में रैली बीजेपी समर्थित कार्यक्रमों में से एक थी। खर्च की गई राशि का उपयोग कुछ विधायकों को खरीदने के लिए किया गया होगा। यह कार्यक्रम एक फैशन शो और एक सौंदर्य प्रतियोगिता की तरह था। रिपोर्ट के मुताबिक उद्धव गुट वाली शिवसेना ने ये भी कहा कि यह बीजेपी का कार्यक्रम था। अपने भाषण में नकली शिवसेना के प्रमुख नेता (शिंदे) ने मोदी-शाह चालीसा को पढ़ा। बता दें कि दशहरा की शाम शिवसेना के दोनों धड़ों ने मेगा रैलियां की थीं। ठाकरे ने जहां दादर इलाके के शिवाजी पार्क में अपनी रैली को संबोधित किया, वहीं शिंदे ने बीकेसी में एक सभा को संबोधित किया।
39 विधायक और 12 सासंद शिंदे के साथ
शिवसेना के 39 विधायकों, 12 सांसदों ने शिंदे के साथ गठबंधन किया है, इसके आलावा 10 निर्दलीय भी हैं। बुधवार को उद्धव ठाकरे के बड़े भाई जयदेव, पत्नी स्मिता और उनके भतीजे निहार ठाकरे मंच पर थे। निहार दिवंगत बिंदुमाधव ठाकरे के पुत्र हैं। पार्टी ने कहा, यह बीजेपी ही है जिसने पटकथा लिखी है। मुख्य भाषण का सार, संवाद, चरित्र इसके (भाजपा) द्वारा लिखे गए थे।