सार

नासिक के पास येवला में मंगलवा को अफगानी मूल के ख्वाजा सैयद चिश्ती उर्फ जरीफ बाबा की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने गुरुवार को एक शख्स को गिरफ्तार किया है।  पुलिस के मुताबिक सूफी जरीफ बाबा की हत्या में उनके ड्राइवर के अलावा अटेंडेंट भी शामिल था। फिलहाल बाकी लोगों की तलाश जारी है। 

Khwaja Syed Chishti : नासिक के पास येवला में अफगानी मूल के ख्वाजा सैयद चिश्ती उर्फ जरीफ बाबा की मंगलवार देर रात गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने गुरुवार को एक शख्स को गिरफ्तार किया है। नासिक पुलिस के मुताबिक सूफी जरीफ बाबा की हत्या में उनके ड्राइवर के अलावा उनका अटेंडेंट भी शामिल था। पुलिस इस हत्या में अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। बता दें कि महज 28 साल के जरीफ बाबा ने पिछले कुछ सालों में ही करोड़ों की प्रॉपर्टी बना ली थी। उनके दो यूट्यूब चैनल थे, जिनमें वो अपने वीडियो अपलोड करते थे। 

कौन थे जरीफ बाबा?
खुद को चिश्ती सूफी घराने का बताने वाले सैयद जरीफ का पूरा नाम ख्वाजा सैयद जरीफ चिश्ती मोउनुद्दीन था। उनका जन्म अफगानिस्तान के हेरात शहर में हुआ था। वो चिश्ती परिवार से ताल्लुक रखते थे। बाद में वो अफगानिस्तान से पाकिस्तान और ईरान होते हुए भारत में आकर बस गए।
अफगानिस्तान से 4 साल पहले नासिक के पास येवला में आकर बसे युवा  सूफी बाबा ख्वाज़ा सैयद जरीफ चिश्ती की हत्या में पुलिस को उनके जान-पहचान वालों पर ही शक है। पुलिस को अंदेशा है कि ये हत्या प्रापर्टी विवाद में हुई है। 

बॉलीवुड के 'खान' का सहारा लेकर बने करोड़पति : 
कुछ रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया जा रहा है कि जरीफ बाबा बॉलीवुड की खान तिकड़ी यानी (सलमान, शाहरुख और आमिर) के नाम का इस्तेमाल कर करोड़ों की कमाई कर रहे थे। दरअसल, बाबा इनकी एडिट किए हुए वीडियो में खान तिकड़ी का इस्तेमाल कर ये बताते थे कि बॉलीवुड के ये स्टार्स भी उनकी बातों को मानकर ही कामयाबी के शिखर तक पहुंचे हैं। बाबा के वीडियो को करोड़ों लोग देखते थे। 

बिजनेसमैन से कैसे बाबा बने सैयद जरीफ चिश्ती : 
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जन्म के बाद जरीफ काबुल चले गए और वहां अपना पारिवारिक बिजनेस शुरू किया। इसी दौरान उनका रुझान स्प्रिचुएलिटी की तरफ बढ़ा। जरीफ को लगा कि वो आध्यात्म को आगे बढ़ाने और उसी रास्ते पर लोगों को ले जाने के लिए ही बने हैं। इसके बाद वो बिजनेस छोड़कर सूफिज्म की ओर आ गए। हालांकि, अफगानिस्तान में तालिबान का दबदबा बढ़ने की वजह से वो वहां से पाकिस्तान होते हुए भारत चले आए। 

जहां हुई हत्या वहां से मिली ये चीजें : 
बता दें कि बाबा जरीफ के सिर में गोली मार उनकी हत्या कर दी गई थी। ख्वाजा सैयद चिश्ती की हत्या येवला कस्बे के एमआईडीसी इलाके के जंगल में हुई। मौके से पुलिस को कुछ अगरबत्ती, सिंदूर और झाड़फूंक में इस्तेमाल होने वाली चीजें भी मिली हैं। इन चीजों के बरामद होने के बाद अब पुलिस तंत्र-मंत्र वाले एंगल से भी जांच कर रही है। 

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