सार
मध्यप्रदेश के जबलपुर में सोमवार को न्यू लाइफ नाम के एक प्राइवेट अस्पताल की बिल्डिंग में आग लग गई, जिससे तीन मंजिला इमारत जलकर खाक हो गई। इस हादसे में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 10 लोग बुरी तरह जख्मी हैं। हादसे के वक्त बिल्डिंग में 35 लोग मौजूद थे। जानते हैं देश के 10 सबसे भीषण अग्निकांड के बारे में।
Jabalpur Fire Incident: मध्यप्रदेश के जबलपुर में सोमवार को एक प्राइवेट अस्पताल की बिल्डिंग में आग लग गई। आग से तीन मंजिला इमारत जलकर खाक हो गई। इस हादसे में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है, 10 लोग बुरी तरह जख्मी हैं। हादसे के समय 35 लोग अस्पताल में मौजूद थे। मौतों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। बता दें कि भारत में आग लगने के कई बड़े मामले सामने आ चुके हैं। इसमें कहीं सिनेमा हॉल के अंदर ही लोग जिंदा जल गए तो कहीं स्कूल में मासूम बच्चे झुलस गए। आइए जानते हैं ऐसे ही 10 बड़े अग्निकांड।
1- दिसंबर 1995
कहां- हरियाणा, मंडी डबवली
इस भीषण हादसे को भारत का सबसे खतरनाक अग्निकांड कहा जाता है। हरियाणा के मंडी डबवली में एक जेनरेटर में शॉर्ट सर्किट से आग लगने और फिर मची भगदड़ में 540 लोगों की मौत हो गई थी।
2- फरवरी 1997
कहां- ओडिशा, बारीपदा
यहां एक धार्मिक अनुष्ठान के दौरान लगी भीषण आग में 206 लोग मारे गए थे। साथ ही 148 लोग घायल हो गए थे।
3- जून 1997
कहां- नई दिल्ली
यहां ग्रीन पार्क के उपहार सिनेमा में आग लगने से 59 लोगों की मौत हो गई थी। आग तब लगी थी, जब सभी बैठकर सिनेमा देख रहे थे। इस हादसे में 103 लोग बुरी तरह झुलस गए थे।
4- जून 2002
कहां- आगरा
उत्तर प्रदेश में आगरा के श्री ली इंटरनेशनल फुटवियर फैक्ट्री में आग लगने से 42 लोगों की मौत हो गई थी।
5- जुलाई 2004,
कहां- थंजावुर, तमिलनाडु
थंजावुर जिले के कुंभकोणम में एक स्कूल में लगी भीषण आग में 94 मासूम बच्चे जल कर बेमौत मारे गए थे। इस घटना को तमिलनाडु के इतिहास में सबसे भीषण दुर्घटनाओं में गिना जाता है।
6- सितंबर, 2005
कहां-खुसरोपुर, बिहार
बिहार के खुसरोपुर गांव में चल रही 3 अवैध पटाखा फैक्ट्री में आग लगने से 35 लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा 50 लोग घायल हो गए थे।
7- अप्रैल, 2006
कहां- मेरठ
उत्तर प्रदेश के मेरठ में स्थित विक्टोरिया पार्क में चल रहे ब्रांड इंडिया फेयर में लगी भीषण आग में 100 से ज्यादा लोग झुलस कर बेमौत मारे गए थे।
8- दिसंबर, 2011
कहां- कोलकाता
कोलकाता के AMRI अस्पताल में आग लगने के बाद कार्बन मोनोऑक्साइड गैस के फैलने से 89 लोगों की जान चली गई थी। अस्पताल के चारों ओर लाशों का ढेर लग गया था।
9- सितंबर, 2012
कहां- शिवकासी, तमिलनाडु
यहां मुदलीपट्टी में एक पटाखा फैक्ट्री में आग लगने से भी तबाही मची थी। इस हादसे में 54 लोगों की जान चली गई थी, जबकि 78 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
10- मई, 2022
कहां- नई दिल्ली
पश्चिमी दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास एक 4 मंजिला इमारत में लगी आग की वजह से 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 29 लोगों का पता ही नहीं चला। हादसे के वक्त इस बिल्डिंग में 100-150 लोग मौजूद थे।
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