सार
पूर्व एचएनएलसी नेता (Former HNLC leader) चेरिश्टरफील्ड थंगख्यू (Cherishterfield Thangkhiew) के एनकाउंटर के बाद मेघालय हिंसा की चपेट में आ गया है। गृहमंत्री ने अपनी इस्तीफा दे दिया है। यहां 2 दिन के लिए कर्फ्यू लगाया गया है।
शिलांग. मेघालय में आजादी के पर्व के दिन भड़की हिंसा तेज हो गई है। इस बीच राज्य के गृहमंत्री लखन रिंबुई ने अपने पद से इस्तीफ दे दिया है। रविवार को मुख्यमंत्री कोनराड संगमा के निज निवास पर उपद्रवियों ने पेट्रोल बम फेंका था। इसके बाद सुरक्षा के लिहाज से शिलांग में 2 दिन का कर्फ्यू लगा दिया गया है।
शुक्रवार को एनकाउंटर में चेरिश्टरफील्ड थंगख्यू को मार गिराया गया था
बता दें कि शुक्रवार को पूर्व एचएनएलसी नेता (Former HNLC leader) चेरिश्टरफील्ड थंगख्यू (Cherishterfield Thangkhiew) को शिलांग स्थित उनके आवास पर मावलाई-किन्टन मस्सार में पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। हाइनीवट्रेप नेशनल लिबरेशन काउंसिल (HNLC) एक प्रतिबंधित संगठन है। चेस्टरफील्ड थंगख्यू ने 2018 में उपमुख्यमंत्री प्रेस्टन टाइनसॉन्ग के सामने सरेंडर किया था। पुलिस डीजीपी आर चंद्रनाथन ने बताया कि शिलांग पुलिस टीम ने राज्य में हाल ही में हुए आईईडी हमलों के सिलसिले में मवलाई में थांगखिव के किंटोन मस्सार आवास पर छापा मारा था। पुलिस के पास इसके पुख्ता सबूत थे। जब पुलिस ने छापा मारा, तो उसने एक पुलिसवाले को चाकू घोंप दिया। जवाबी कार्रवाई में उसकी मौत हो गई। इस मामले में दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने लैपटॉप, मोबाइल फोन, एक बन्दूक और डिजिटल दस्तावेज जब्त किए हैं। बता दें कि यह आत्मसमर्पित आतंकवादी 2018 में हुए एक ब्लास्ट की साजिश का आरोपी था। उसका रविवार को अंतिम संस्कार किया गया।
मंगलवार तक कर्फ्यू लगाया गया
पूर्व खासी हिल्स जिले के उपायुक्त ने बताया कि रविवार को शाम 9 बजे से मंगलवार सुबह पांच बजे तक शिलांग समूह और उसके आसपास के इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया है। ईस्ट, वेस्ट और साउथ खासी हिल्स और री-भोई में इंटरनेट सर्विस 48 घंटों के लिए बंद कर दी गई है। पुलिस ने असम के लोगों से शिलॉन्ग न जाने की अपील की है। थंगख्यू की मौत के बाद असम के कई वाहनों पर पथराव किया गया। थंगख्यू के समर्थक गाड़ियों में नारेबाजी करते देखे गए।