सार
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA), वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने यूके और यूरोपीय यूनियन को केरल के त्रिशूर से नारियल के कोमल पत्ते एक्सपोर्ट किए हैं। यह पाम संडे के लिए खास तौर पर वहां भेजे गए।
कोच्चि। नारियल के कोमल पत्तों को पारंपरिक रूप से कुरुथोला कहा जाता है। पाम संडे के विशेष अवसर के लिए यह अनूठा उत्पाद 6 अप्रैल 2022 को कोच्चि से यूके (UK)और यूरोप (Europe) के लिए एयरलिफ्ट किया गया है। पाम संडे ईस्टर से पहले रविवार को पड़ता है। 263 किलोग्राम कुरुथोला यूरोप और यूके को निर्यात किया गया है। ये ताजा नारियल के पत्ते कूरियर के माध्यम से यूरोपीय संघ और ब्रिटेन में विभिन्न देशों और चर्चों में 40 स्थानों पर भेजे जा रहे हैं। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA), वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने अपने रजिस्टर्ड निर्यातक मैसर्स जीके इंटरनेशनल त्रिशूर के माध्यम से इस उत्पाद के निर्यात की सुविधा प्रदान की है।
ग्लोबल मार्केट में पहुंच बनाने का नया तरीका
यह वास्तव में एक पारंपरिक उत्पाद है जो 'स्थानीय को वैश्विक पहुंच बनाने' का एक उदाहरण है। इससे वैश्विक बाजार में भारतीय उत्पादों की प्रतिष्ठा बढ़ने की उम्मीद है। अच्छी प्रतिक्रिया मिलने के बाद वे इसे भविष्य में पाम संडे के विशेष अवसर पर EU, UK और दुनिया के अन्य हिस्सों में बड़ी मात्रा में भेजने की योजना बना रहे हैं।
क्या है पाम संडे
कहा जाता है कि रविवार के दिन यीशु ने येरुशलम में प्रवेश किया था। विद्वानों के अनुसार सन 29 ई. को वे गधे पर सवार होकर यरुशलम पहुंचे थे। इस दिन को पाम संडे के रूप में मनाया जाता है। यह ईस्टर के पहले का रविवार होता है। इस दिन को ईसाई समुदाय के लोग प्रभु यीशू के यरुशलम में विजयी प्रवेश के रूप में मनाते हैं।इस बार 5 अप्रैल को पाम संडे पड़ा था। बाइबल में कहा गया है कि यीशु जब यरुशलम पहुंचे तो उनके स्वागत में बड़ी संख्या में लोग पाम यानी खजूर की डालियां अपने हाथों में लहराते हुए जुटे थे। उसी की याद में पाम संडे मनाया जाता है।
यह भी पढ़ें पाम संडे 5 अप्रैल को, इस दिन प्रभु यीशु ने किया था यरुशलम नगर में प्रवेश