Air India Crash: 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान क्रैश हो गया था। इस हादसे में 260 लोगों की मौत हुई। AAIB ने बताया है कि हादसा विमान के दोनों इंजन बंद होने के चलते हुआ। इनकी इंधन सप्लाई बंद हो गई थी।
Air India plane crash: 12 जून को अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही एयर इंडिया का विमान क्यों क्रैश हो गया? इसका पता चल गया है। भारत के AAIB (Aircraft Accident Investigation Bureau) ने 15 पेज की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है। इसमें बताया गया है कि एयर इंडिया बोइंग 787-8 विमान क्यों हादसे का शिकार हुआ। रिपोर्ट के अनुसार विमान के दोनों इंजन उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड में बंद हो गए थे।
विमान के उड़ान भरने के एक संकेड बाद ही इंजन 1 और इंजन 2 में इंधन जाना बंद हो गया था। उनके फ्यूल कट ऑफ स्विच रन से कटऑफ पर चले गए थे। AAIB के अनुसार, विमान के दोनों इंजनों में शुरुआती गड़बड़ी के बाद चंद पलों के लिए सुधार हुआ, लेकिन वे स्थिर नहीं हो सके। इसके चलते विमान को उड़ान भरने के लिए थ्रस्ट नहीं मिला। वह जमीन पर आ गिरा। इस हादसे में 260 लोगों की मौत हो गई।
हादसे का शिकार हुए विमान के दोनों इंजन एयरपोर्ट के हैंगर में रखे गए
AAIB ने बताया है कि हादसे वाली जगह पर ड्रोन फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी समेत दूसरी गतिविधियां पूरी हो गईं हैं। विमान के मलबे को एयरपोर्ट के पास सुरक्षित जगह पहुंचा दिया गया है। दोनों इंजनों को मलबे वाली जगह से निकाल लिया गया है। उन्हें एयरपोर्ट के एक हैंगर में रख दिया गया है। आगे की जांच में काम आने वाले पुर्जों को पहचान कर उन्हें अलग कर लिया गया है।
पायलट ने दूसरे पायलट से पूछा- क्यों बंद किया इंधन?
उड़ान भरने के बाद विमान 08:08:42 UTC पर 180 नॉट्स (333.36 km/h) इंडिकेटेड एयरस्पीड (IAS) की अधिकतम गति तक पहुंच गया था। उसी वक्त इंजन 1 और इंजन 2 के ईंधन कटऑफ स्विच "रन" से "कटऑफ" में बदल गए। इससे उड़ान के दौरान दोनों इंजन बंद हो गए।
कॉकपिट की आवाज की रिकॉर्डिंग से दुर्घटना से पहले के पलों की अहम जानकारी मिलती है। एक पायलट दूसरे से पूछता है, "तुमने कटऑफ क्यों किया?" जिस पर दूसरे पायलट ने जवाब दिया कि उसने ऐसा नहीं किया था।
कौन थे हादसे का शिकार हुए विमान के पायलट?
अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमान को दो अनुभवी पायलट उड़ा रहे थे। कैप्टन सुमीत सभरवाल के पास 8200 घंटे का अनुभव था। वहीं, फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर के पास 1100 घंटे विमान उड़ाने का अनुभव था।
