सार

दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा को मौत के घाट उतार दिया गया था। जिसके बाद से दिल्ली पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी। इसी क्रम में पुलिस ने आज एक आरोपी सलमान को गिरफ्तार किया है। सलमान अपना पांच नाम रखता था। 
 

नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली के इलाकों में हुई हिंसा के दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो के कर्मचारी अंकित शर्मा की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद से पुलिस हत्यारोपियों की तलाश कर रही थी। इसी क्रम में आज दिल्ली पुलिस ने एक और आरोपी को  गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा अरेस्ट किए गए सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। जिसमें बड़ी जानकारी सामने आ सकती है। वहीं, कयास लगाया जा रहा कि पूछताछ में दिल्ली हिंसा के कई अहम राज सामने आ सकते हैं।  

पुलिस के मुताबिक, आरोपी पांच नाम से जाना जाता था, जो मोमिन उर्फ सलमान उर्फ हसीन उर्फ मुल्ला उर्फ नन्हें है। आरोपी को सुंदर नगरी से पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इससे पहले अंकित शर्मा की हत्या के मामले में पुलिस ने पार्षद ताहिर हुसैन को भी गिरफ्तार किया था। उनका नाम एफआईआर में था। 

अमित शाह बोले- हमारे पास सबूत

इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में खुलासा किया था कि आईबी के अफसर अंकित शर्मा की हत्या की जांच में जुटी एसआईटी को अहम सुराग हाथ लगे हैं। एसआईटी को वह वीडियो हाथ लग गया है, जिसमें अंकित शर्मा की हत्या के राज छुपे हैं। यह वीडियो एक आम नागरिक ने भेजा है। 

26 फरवरी को नाले में मिला था शव 

26 फरवरी को आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा का शव चांदबाग इलाके के एक नाले से बरामद किया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के दौरान सामने आया था कि अंकित के शरीर पर 400 बार चाकू से गोंदा गया था। इस दौरान अंकित के आंत को भी खींचने की कोशिश की गई थी। 

लॉ एंड ऑर्डर समान्यः दिल्ली पुलिस 

दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने बताया- दिल्ली में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति सामान्य है। अधिकारी हालात पर नजर बनाए हुए हैं। अभी तक 712 एफआईआर दर्ज की गई हैं। 200 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। हमें कई वीडियो भी प्राप्त हुए। जांच के दौरान इनसे हमें काफी मदद मिलेगी।

शाह ने थपथपाई थी दिल्ली पुलिस की पीठ 

बुधवार को लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर हुई चर्चा में गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली हिंसा में पुलिस की भूमिका को लेकर कहा था,‘‘मैं दिल्ली पुलिस की प्रशंसा भी करना चाहता हूं और शाबाशी भी देना चाहता हूं, क्योंकि उन्होंने इसे पूरी दिल्ली में फैलने नहीं दिया। दिल्ली के 4% क्षेत्र और 13% आबादी तक हिंसा को सीमित रखने का काम दिल्ली पुलिस ने किया है। दिल्ली पुलिस ने 36 घंटे के अंदर दंगे को समेटा है।’’

ताहिर हुसैन पर भी है आरोप

अंकित के पिता और भाई ने आम आदमी पार्टी के निलंबित निगम पार्षद मोहम्मद ताहिर हुसैन पर अंकित शर्मा की हत्या का आरोप है। पुलिस ने ताहिर हुसैन को भी 5 मार्च को गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस ताहिर से पूछताछ कर रही है। इसी दौरान ताहिर के भाई को भी हिरासत में लिया गया है। अंकित के परिवारवालों ने आरोप लगाया है कि हिंसा के दौरान ताहिर हुसैन के समर्थक अंकित को खींचकर ले गए और उनकी हत्या करने के बाद शव नाले में फेंक दिया। 

हिंसा की शुरुआत कैसे हुई?

यह हिंसा पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद और उसके आसपास के इलाकों में हो रही है। 22 फरवरी को देर रात जाफराबाद में मेट्रो स्टेशन के पास कुछ महिलाएं नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने बैठीं थीं। 23 फरवरी को जाफराबाद के पास मौजपुर में नागरिकता कानून के समर्थन में प्रदर्शन किए गए थे।इसके बाद दोनों गुटों में झड़प हुई थी। यह झड़प और हिंसा 24 और 25 फरवरी को भी जारी रही। यह हिंसा मौजपुर, भजनपुरास, बाबरपुर करावल नगर, शेरपुर चौक, कर्दमपुरी और गोकलपुरी समेत उत्पर पूर्वी दिल्ली में हुई।