सार

जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ जारी एक्शन के बीच सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। राज्य में तीन आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश करके 7 आतंकवादियों को पकड़ा गया है। इनके पास से बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया है। पढ़िए पूरी कहानी..

जम्मू. जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ जारी मुहिम(Action against terrorism in Jammu and Kashmir) के तहत तीन जगहों पर आतंकी मॉड्यूल पकड़े गए हैं। इसमें 7 आतंकवादियों को दबोचा गया है। इनके पास से बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया है। ये जम्मू-कश्मीर में किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। इनमें राजौरी में दो और जम्मू में एक आतंकी मॉड्यूल शामिल है। एडीजीपी मुकेश सिंह ने बताया कि इन आतंकवादियों ने पिछले डेढ़ साल में सीमा पार से आई कई ड्रोन डिलीवरी प्राप्त की हैं।

जम्मू पुलिस को 2 साल बाद बड़ी सफलता
ADGP मुकेश सिंह के अनुसार ये मॉड्यूल आतंकी संगठन लश्कर-ए तैयबा के लिए काम करते थे। ये सीमा पार से ऑपरेट हो रहे थे। राजौरी से दो मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। यहां से लश्कर के पांच आतंकी पकड़े गए। जम्मू संभाग से एक मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ। यहां से दो आतंकी गिरफ्तार हुए। इनके पास से 2 एके-47 राइफल, 6 पिस्तौल, 3 साइलेंसर, 8 ग्रेनेड, 3 यूबीजीएल, पिस्तौल की छह मैगजीन, एके राइफल की छह मैगजीन, 120 कारतूस सहित बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक जब्त किए गए हैं। पुलिस का दावा है कि लश्कर के इन मॉड्यूलों का भंडाफोड़ होने के बाद जम्मू में आतंकवाद के ज्यादातर मामले सुलझा लिए गए हैं। इन मॉड्यूल के पकड़े जाने से जम्मू में लश्कर की गतिविधियों को झटका लगा है।

ड्रोन के जरिये पाकिस्तान से आता था सामान
जम्मू में पकड़ा गया मॉड्यूल का सरगना जम्मू के तलब खटींगा इलाके का आतंकी फैजल मुनीर है। उसके लिए कठुआ और सांबा के 3-4 लोग काम कर रहे थे। इनमें से दो लोगों हबीब और मियां सोहेल दबोच लिए गए हैं। आतंकियों ने पूछताछ में कबूल किया कि वे पाकिस्तान में बैठे हैंडलरों के संपर्क में थे। पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए कठुआ और सांबा के इलाके में भेजे गए 15 कंसाइनमेंट को उन्होंने रिसीव किया था। 29 मई को ड्रोन के जरिए टल्ली इलाके में भेजी गई हथियारों की खेप भी शामिल थी। 20 जून 2020 में जिस ड्रोन को बीएसएफ ने कठुआ के मन्यारी इलाके में मार गिराए था और उससे M4 गन भी मिली थी। वो भी इसी मॉड्यूल का हिस्सा था। पुलिस का दावा है कि इस मॉड्यूल के पकड़े जाने के बाद कठुआ और सांबा के बॉर्डर इलाकों मावा, हरिया चक, मन्यारी सहित दूसरे ड्रोन ड्रॉपिंग के मामले सुलझा लिए गए हैं।

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