सार

जस्टिस हेमा कमेटी की मॉलीवुड सेक्सुअल स्कैंडल पर रिपोर्ट आने के बाद अभिनेता मोहनलाल ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने रिपोर्ट जारी करने के लिए केरल सरकार की सराहना की है और कहा है कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

Mollywood MeToo Scandal: मॉलीवुड सेक्सुअल स्कैंडल को लेकर जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट सामने आ चुकी है। 235 पेजों वाली रिपोर्ट में बड़ा खुलासा किया गया है। हेमा कमेटी की रिपोर्ट पर सुप्रसिद्ध अभिनेता मोहनलाल ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने रिपोर्ट जारी करने पर केरल सरकार की प्रशंसा की है।

एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी एक्टर्स (AMMA) के पूर्व अध्यक्ष मोहनलाल ने कहा कि हम हेमा समिति की रिपोर्ट का स्वागत करते हैं। उस रिपोर्ट को जारी करना सरकार का सही निर्णय था। AMMA सभी सवालों का जवाब नहीं दे सकता। ये सवाल सभी से पूछे जाने चाहिए। यह बहुत मेहनती उद्योग है। इसमें कई लोग शामिल हैं। लेकिन इसके लिए सभी को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। जिम्मेदार लोगों को दंडित किया जाएगा, जांच चल रही है।

मैं किसी भी पॉवर ग्रुप का हिस्सा नहीं

मोहनलाल ने कहा कि वह मलयालम फिल्म उद्योग में किसी भी शक्तिशाली समूह का हिस्सा नहीं हैं और उन्हें इस क्षेत्र में ऐसे किसी समूह के अस्तित्व के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि मलयालम सिनेमा एक बहुत बड़ा उद्योग है, जहां हजारों लोग काम करते हैं और अभिनेताओं का संगठन एएमएमए (मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स का संगठन) वहां उभरे मुद्दों को संबोधित नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि अगर किसी पर आरोप लगे हैं और वह गलत किए हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

मालीवुड स्कैंडल के सामने आने के बाद मोहनलाल ने दिया था इस्तीफा

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न के आरोपों की झड़ी लगने के बाद अभिनेता मोहनलाल ने एएमएमए अध्यक्ष पद से इस्तीफा इस महीने की शुरूआत में दे दिया था। दरअसल, पद पर बने रहने के दौरान मोहनलाल पर पीड़ितों को न्याय नहीं दिलाने के लिए आलोचना की गई थी। राज्य में #MeToo तूफान के तेज होने के साथ ही फिल्म निकाय की कार्यकारी समिति के अन्य सदस्यों ने भी इस्तीफा दे दिया। मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स का संगठन ने उठे मुद्दे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए स्वत: ही कमेटी को भंग करने का ऐलान किया था।

10-15 लोगों के हाथों की कठपुतली है पूरी इंडस्ट्री

जस्टिस हेमा समिति की 235 पन्नों की रिपोर्ट को गवाहों और आरोपियों के नाम हटाने के बाद प्रकाशित की गई है। रिपोर्ट में यह कहा गया है कि मलयालम फिल्म उद्योग को 10-15 पुरुष निर्माता, निर्देशक और अभिनेता नियंत्रित करते हैं।

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