सार

बोडो शांति समझौते के बाद केंद्र सरकार ने उम्मीद जतायी है कि उल्फा -इंडिपेंडेंट तथा मणिपुर और नगालैंड के अन्य उग्रवादी समूह अपने मुद्दों को सुलझाने के लिए वार्ता को आएंगे। 


गुवाहाटी. बोडो शांति समझौते के बाद केंद्र सरकार ने उम्मीद जतायी है कि उल्फा -इंडिपेंडेंट तथा मणिपुर और नगालैंड के अन्य उग्रवादी समूह अपने मुद्दों को सुलझाने के लिए वार्ता को आएंगे। केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव : पूर्वोत्तर : सत्येंद्र गर्ग ने बृहस्पतिवार को यहां उग्रवादियों के आत्म समर्पण कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार तब तक कोई चर्चा नहीं करती जब तक कि चीजें आकार न ले लें और हस्ताक्षर न हो जाएं। लेकिन उसे हमेशा उम्मीद है और सकारात्मक रुख हैकि विभिन्न उग्रवादी समूह चर्चा के लिए आ रहे हैं ।

उल्फा सहित मणिपुर और नागालैंड समूहों से वार्ता की उम्मीद

उन्होंने कहा, ‘‘ हमें उल्फा और मणिपुर तथा नागालैंड के कई समूहों से वार्ता को लेकर उम्मीद है । वार्ता कब होगी, हम कोई समय सीमा नहीं दे सकते । लेकिन हम तेजी से काम करने की कोशिश कर रहे हैं ।धीरे धीरे चीजें सामने आती हैं । हम इस पर काम कर रहे हैं और पूरी शांति प्रक्रिया कुछ महीने में पूरी हो जाएगी।’’

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

( फाइल फोटो )