Air India Crash: 12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 टेकऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गई थी। हादसे के बाद एयर इंडिया ने सुरक्षा उपायों के तहत पूरे बेड़े के निरीक्षण और चरणबद्ध उड़ान बहाली की घोषणा की है।
Air India: 12 जून 2025 को अहमदाबाद से यूके के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का विमान (फ्लाइट संख्या AI-171) क्रैश हो गया था। इस हादसे के बाद बढ़ी चिंताओं के मद्देनजर एयर इंडिया ने अपने स्वैच्छिक "सुरक्षा विराम" को जारी रखने की घोषणा की है। यह उसके पूरे बेड़े में परिचालन सुरक्षा मजबूत करने के लिए रणनीतिक कदम है। अपने विशिष्ट महाराजा क्लब के सदस्यों को भेजे संदेश में एयर इंडिया के सीईओ और एमडी कैंपबेल विल्सन ने यात्री सुरक्षा, पारदर्शी संचालन और उच्च सेवा मानकों के प्रति एयरलाइन की अटूट प्रतिबद्धता दोहराई।
एयर इंडिया की अटूट प्रतिबद्धता है यात्रियों की सुरक्षा
ईमेल में विल्सन ने कहा, "यात्रियों, चालक दल और विमान की सुरक्षा के लिए एयर इंडिया की अटूट प्रतिबद्धता है। यह हमारे द्वारा लिए गए प्रत्येक फैसले का आधार है। जून में AI 171 हादसे के बाद स्वाभाविक है कि हवाई यात्रा के बारे में चिंता बढ़ गई है। इसलिए, मैं आपके साथ उन उपायों को शेयर कर रहा हूं जो हमने किए हैं। इनमें बोइंग 787-8 और 787-9 विमानों के हमारे बेड़े का विस्तृत निरीक्षण शामिल है।"
उन्होंने कहा, "प्रत्येक विमान का भारत के विमानन नियामक DGCA (Directorate General of Civil Aviation) की निगरानी में निरीक्षण किया गया। इस दौरान कोई समस्या नहीं पाई गई। कुछ अन्य अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों की तरह, हमने बोइंग 737 और 787-8 विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच सिस्टम की जांच की, लेकिन कोई गड़बड़ी नहीं मिली। हम नियामकों के साथ मिलकर काम करते रहेंगे। पूरी पारदर्शिता बनाए रखेंगे और तय करेंगे कि हमारी हर कार्रवाई सुरक्षा और देखभाल के उच्चतम मानकों के अनुसार हो।"
सुरक्षा रोक बढ़ाई गई, अंतरराष्ट्रीय उड़ानें चरणबद्ध तरीके से हो रहीं शुरू
विल्सन ने ईमेल में लिखा, "स्वैच्छिक सुरक्षा रोक जारी रहेगी। अतिरिक्त उड़ान-पूर्व जांचों को शामिल किया गया है। क्षेत्रीय हवाई क्षेत्र बंद होने के प्रभाव को कम करने के लिए हमारे कार्यक्रम में अस्थायी कमी की गई है। हमने विमान की विश्वसनीयता में सुधार लाने की कोशिश की है। देरी व व्यवधानों के प्रबंधन के अपने तरीके को मजबूत किया है। इससे जुड़े अपग्रेड में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त ग्राउंड टाइम का लाभ उठाया है। इस डाउनटाइम में एयर इंडिया ने विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए विमानों को अपग्रेड करने में तेजी लाई है। उड़ान में देरी और सेवा में रुकावटों से निपटने के तरीके में सुधार किया है। अंतरराष्ट्रीय परिचालन 1 अगस्त 2025 से चरणबद्ध तरीके से फिर से शुरू हो गया है। 1 अक्टूबर 2025 तक पूर्ण सेवा बहाली का लक्ष्य रखा गया है।"
एयर इंडिया के सीईओ ने कहा कि हमारी एयरलाइन बहुस्तरीय सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली के तहत काम करती है। इसमें प्रमाणित रखरखाव, उड़ान से पहले विमान की कठोर जांच और एकीकृत संचालन नियंत्रण केंद्र के माध्यम से लगातार रियल टाइम में नजर रखना शामिल है। सभी कर्मचारी वैश्विक मानकों के अनुरूप एयर इंडिया ट्रेनिंग एकेडमी में नियमित ट्रेनिंग लेते हैं।
कम की जा रही यात्रियों की असुविधा
एयरलाइन ने पूर्ण सुरक्षा मूल्यांकन के लिए स्वेच्छा से वैश्विक परामर्शदाता ओलिवर वायमन/CAVOK को भी शामिल किया। परिचालन दक्षता कार्यक्रम के लिए बोइंग के साथ साझेदारी की। विल्सन ने स्वीकार किया कि हाल के सप्ताह में परिचालन संबंधी चुनौतियों ने कुछ यात्रियों के यात्रा अनुभव को बाधित किया होगा। असुविधा कम करने के लिए आंतरिक प्रक्रियाओं को मजबूत किया जा रहा है।
अंत में विल्सन ने कहा, "इसलिए, जब भी आप एयर इंडिया के साथ उड़ान भरने का फैसला करें तो जान लें कि आपके भरोसे की कद्र की जाती है। आपकी यात्रा हमारे पूरे एयर इंडिया परिवार द्वारा सुरक्षित रखी जाती है।"
बता दें कि 12 जून को AI-171 क्रैश हो गया था। लंदन जाने वाला बोइंग 787 ड्रीमलाइनर अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद गिर गया था। इस हादसे में 260 लोग मारे गए थे।
