सार
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारकों की 5 दिनी बैठक मध्य प्रदेश के चित्रकूट में होने जा रही है। इसमें 9-10 जुलाई क्षेत्र प्रचारक बैठक रहेगी तथा 12 जुलाई को 45 प्रांतों के प्रांत प्रचारक, सह प्रांत प्रचारक आभासी ( ऑनलाइन) माध्यम से जुड़ेंगे। 13 को भी बैठक होगी।
सतना. हिंदू और मुसलमानों के DNA को एक बताने वाले बयान से राजनीति चर्चाओं में आए मोहन भागवत एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(RSS) के अखिल भारतीय प्रांत प्रचारकों की बैठक में मध्य प्रदेश के चित्रकूट पहुंचे हैं। 5 दिन चलने वाली इस बैठक में देश और समाज से जुड़े विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा होगी। पंजाब, यूपी राज्य में विधानसभा चुनाव और 2024 में आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले RSS की सक्रियता ने सबको चौंका दिया है। हालांकि संघ लगातार सक्रिय रहता है, लेकिन इस बार मोहन भागवत के बयान चर्चाओं में हैं। RSS ने ट्वीट करके बैठक की जानकारी दी।
यह है कार्यक्रम
संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर के मुताबिक, 9 और 10 जुलाई को 11 क्षेत्र प्रचारक और सह क्षेत्र प्रचारकों की बैठक होगी। इसमें संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले एवं सभी पांचों सहसरकार्यवाह मौजूद रहेंगे। इस बैठक में संघ के सातों कार्य विभाग के अखिल भारतीय प्रमुख व सह प्रमुख भी शामिल हो रहे हैं। इसके बाद 12 जुलाई को सभी 45 प्रांतों के प्रांत प्रचारक एवं सह प्रांत प्रचारक ऑनलाइन के जरिये बैठक से जुड़ेंगे। 13 जुलाई को अलग-अलग संगठन के अखिल भारतीय संगठन मंत्री भी ऑनलाइन बैठक का हिस्सा बनेंगे।
हिंदू-मुस्लिम का DNA एक; बयान चर्चाओं में हैं
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने यूपी के गाजियाबाद में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच(संघ का ही हिस्सा) की बैठक में कहा था कि सभी भारतीयों का DNA एक है, भले ही वे किसी भी धर्म के क्यों न हों। इसे लेकर विपक्षी दलों की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई थी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख ने कहा था- यह सिद्ध हो चुका है कि हम पिछले 40,000 वर्षों से एक ही पूर्वजों के वंशज हैं। भारत के लोगों का डीएनए एक जैसा है। हिंदू और मुसलमान दो समूह नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई हिंदू कहता है कि यहां कोई मुसलमान नहीं रहना चाहिए, तो वह व्यक्ति हिंदू नहीं है। गाय एक पवित्र जानवर है लेकिन जो लोग दूसरों को मार रहे हैं वे हिंदुत्व के खिलाफ जा रहे हैं। कानून को बिना किसी पक्षपात के उनके खिलाफ अपना काम करना चाहिए।