सार

केरल कांग्रेस (Kerala Congress) में फूट की अटकलों पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा- "हम सब एकजुट हैं।" शशि थरूर (Shashi Tharoor) के औद्योगिक नीति पर बयान से उठा विवाद, स्टार्टअप और MSMEs को लेकर जताई चिंता। पढ़ें पूरी खबर।

 

Rahul Gandhi post: केरल कांग्रेस (Kerala Congress) में फूट की खबरों (Kerala Congress Rift) के बीच लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने रविवार को पार्टी में एकजुटता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि केरल नेतृत्व पूरी तरह एकजुट (Stand as One) है और पार्टी एक लक्ष्य की रोशनी में आगे बढ़ रही है। दरअसल, यह पोस्ट काफी महत्वपूर्ण इसलिए मानी जा रही क्योंकि शशि थरूर की नाराजगी के बाद केरल में बगावत का अंदेशा हो रहा था।

राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा: वे सभी एक हैं, एकजुट हैं और भविष्य के लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस फोटो में शशि थरूर (Shashi Tharoor) भी मौजूद थे। इस पोस्ट से अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश की गई।

शशि थरूर के बयान पर विवाद, कांग्रेस में अंदरूनी असहमति

हाल ही में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने केरल सरकार (Kerala Government) की औद्योगिक नीति (Industrial Policy) की सराहना की थी जिसके बाद पार्टी के अंदर असहमति के सुर उठने लगे। कुछ हफ्ते पहले थरूर ने एलडीएफ सरकार (LDF Government) की इंडस्ट्रियल पॉलिसी और राज्य की आर्थिक स्थिति (Kerala Economy) की तारीफ करते हुए एक लेख लिखा था। इस पर राज्य कांग्रेस (State Congress) के नेताओं ने आपत्ति जताई और इसे पार्टी लाइन के खिलाफ बताया। इसके बाद थरूर की राजनीतिक मंशा और पार्टी में उनकी स्थिति को लेकर सवाल उठने लगे।

हालांकि, थरूर ने स्पष्ट किया कि उनका लेख पूरे केरल की अर्थव्यवस्था का विश्लेषण नहीं था। उन्होंने कहा: मैंने सिर्फ स्टार्टअप इकोसिस्टम (Start-up Ecosystem) में आए बदलावों पर लिखा था लेकिन केरल की अर्थव्यवस्था अभी भी गंभीर संकट में है।

थरूर ने स्टार्टअप्स पर जताई चिंता, MSMEs को लेकर सरकार से की मांग

शशि थरूर ने केरल में स्टार्टअप एंटरप्रेन्योरशिप (Kerala Start-up Entrepreneurship) को लेकर चिंता जताई और कहा कि यह वैसा नहीं है जैसा रिपोर्ट किया जा रहा है। थरूर ने एक रिपोर्ट साझा करते हुए कहा कि पिछले नौ वर्षों में हजारों MSMEs (Micro, Small, Medium Enterprises) बंद हो चुके हैं। उन्होंने पोस्ट में लिखा: केरल को कागजों पर नहीं, बल्कि वास्तविक रूप से अधिक MSMEs की जरूरत है। यह देखकर निराशा होती है कि केरल का स्टार्टअप एंटरप्रेन्योरशिप वैसा नहीं है, जैसा रिपोर्ट किया गया। हालांकि, राज्य सरकार के दावे कम से कम सही दिशा में इरादों को दर्शाते हैं। हमें और MSME स्टार्टअप्स की जरूरत है और सिर्फ आंकड़ों में नहीं, बल्कि वास्तविक रूप में। केरल को इसी दिशा में आगे बढ़ना चाहिए!

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