सार

तिरुपति लड्डू में पशुओं की चर्बी इस्तेमाल करने के विवाद के बीच अमूल ने सफाई देते हुए कहा है कि उसने TTD को कभी भी घी की आपूर्ति नहीं की है. अमूल ने कहा है कि उसके सभी उत्पाद आईएसओ सर्टिफाइड हैं और उच्च गुणवत्ता वाले दूध से बनाए जाते हैं.

मुंबई: डेयरी कंपनी अमूल ने सफाई देते हुए कहा है कि उसने तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) को कभी भी घी की आपूर्ति नहीं की है. तिरुपति लड्डू बनाने में पशुओं की चर्बी इस्तेमाल करने के विवाद के बीच अमूल ने यह सफाई दी है. दरअसल, सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट में दावा किया गया था कि तिरुमला तिरुपति देवस्थानम को अमूल घी की आपूर्ति करता है. 

अमूल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर कहा है कि उसके सभी उत्पाद आईएसओ सर्टिफाइड हैं और अत्याधुनिक उत्पादन केंद्रों में अच्छी क्वालिटी के दूध से बनाए जाते हैं. कंपनी ने कहा कि अमूल घी उच्च गुणवत्ता वाले शुद्ध दूध की मलाई से बनाया जाता है और FSSAI के सभी मानकों पर खरा उतरता है. कंपनी ने कहा कि यह पोस्ट अमूल के खिलाफ फैलाए जा रहे दुष्प्रचार को रोकने के लिए है. 

सोशल मीडिया पर मंदिर को घी की आपूर्ति को लेकर अमूल का नाम आने के बाद कंपनी ने सफाई दी है. पिछले कुछ सालों से यह अफवाह उड़ रही है कि TTD नंदिनी की जगह अमूल से घी खरीद रहा है. 

 


क्या है विवाद?

तिरुपति में प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डू बनाने में इस्तेमाल होने वाले घी में पशुओं की चर्बी होने की रिपोर्ट सामने आई है. गुजरात में नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के सेंटर ऑफ एनालिसिस एंड लर्निंग इन लाइवस्टॉक एंड फूड (CALF) ने बुधवार को एक रिपोर्ट जारी कर कहा कि तिरुपति के प्रसिद्ध लड्डू बनाने में इस्तेमाल होने वाले घी में पशुओं की चर्बी पाई गई है. इसके बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने YSR कांग्रेस पर निशाना साधा. दरअसल, जिस लड्डू की जांच की गई थी वह YSR कांग्रेस के शासनकाल का बताया जा रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि घी में मछली और सूअर की चर्बी पाई गई है. कांग्रेस ने मामले की CBI जांच की मांग की है. बता दें कि तिरुपति में हर दिन तीन लाख लड्डू बनाए जाते हैं. इसके लिए मंदिर ट्रस्ट हर छह महीने में ई-टेंडर के जरिए बड़ी मात्रा में घी खरीदता है.