सार

असम की राजधानी से करीब 140 किमी दूर होजई में कोरोना मरीज की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने एक डॉक्टर को बुरी तरह पीट दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की नाराजगी के बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना मंगलवार की है।

गुवाहाटी, असम. यहां एक डॉक्टर की बेरहमी से पिटाई के मामले में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने इसे बर्बर हमला बताते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए थे। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना मंगलवार को राजधानी से करीब 140 किमी होजई में हुई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कड़ी निंदा की थी। वहीं, डॉक्टरों ने हड़ताल की चेतावनी दी थी।

ऑक्सीजन की कमी से मौत होना बताया गया
जानकारी के अनुसार, घटना मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे की है। कोविड वार्ड में भर्ती पीपल पुखुरी गांव के रहने वाले जियाज उद्दीन की मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप है कि ऑक्सीजन की कमी से उनकी मौत हुई। यहां ड्यूटी पर तैनात डॉ. सेजकुमार सेनापति ने बताया कि वे करीब 1.30 बजे ड्यूटी पर पहुंचे थे। उन्हें मरीज की हालत के बारे में बताया गया था। जब वे उसे देखने पहुंचे, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

हमले से बचने डॉक्टर ने कमरे में बंद किया
मरीज की मौत के बाद उसके करीब 15 परिजनों ने हंगाम शुरू कर दिया। उन्होंने लात-घूसों, ईंट और वहां जो सामान मिला, जैसे कचरे का डिब्बा, धातु के टुकड़े आदि से डॉ. सेनापति पर हमला कर दिया। भीड़ से अपनी जान बचाने डॉ. सेनापति ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। इसके बावजूद भीड़ ने तोड़फोड़ की और उन्हें पीटा। इस दौरान बाकी डॉक्टर और स्टाफ अपनी जान बचाकर यहां-वहां भाग गए। घायल डॉ. सेनापति को दूसरे अस्पताल में भती कराना पड़ा।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने की निंदा
इस घटना के बार डॉक्टरों में रोष फैल गया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. जेए जयलाल घटना की निंदा करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। असम मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (एएमएसए) के असम चैप्टर के सदस्यों ने अस्पताल में भर्ती डॉ. सेनापति से मुलाकात की।

मुख्यमंत्री ने बताया बर्बर हमला
इस मामले का वीडियो वायरल होते हुए मुख्यमंत्री सख्त नाराज हुए। उन्होंने ट्वीट करके आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा-फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं पर बर्बर हमले बर्दाश्त नहीं होंगे। विशेष पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह ने सीएम को रिप्लाई करके बताया कि इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।