सार
नम्मा फाउंडेशन ने बेंगलुरु में एक सर्वे कराया। 189 लोगों पर हुआ यह सर्वे ट्रैफिक रूल और ट्रैफिक साइन की जानकारी को लेकर था। इस सर्वे में पाया गया कि टूव्हीलर और ऑटो चालकों को ट्रैफिक साइन की काफी कम जानकारी थी।
नई दिल्लीः नम्मा बेंगलुरू फाउंडेशन ने कॉलेज के छात्रों के साथ मिलकर रोड साइंस कार्यक्रम का आयोजन किया। 28 मई 2022 को ब्रिगेड रोड, एमजी रोड और रेजिडेंसी रोड पर बेंगलुरु के नागरिकों के बीच जागरूकता सर्वेक्षण किया गया। यह सर्वे ट्रैफिक के नियम और साइन के बारे में लोगों के नॉलेज को जानने के लिए किया गया था। अलग-अलग कॉलेजों के 20 स्टूडेंट्स ने अपने हाथ में पांच साइन वाला पेपर ले रखा था। वे राह चलते लोगों से, कार में बैठे लोगों से, बाइक वाले लोगों से जानकारी ले रहे थे कि उन्हें वह साइन पता है या नहीं। इस सर्वे में 189 लोगों से सवाल पूछे गए। इनमें 2 व्हीलर, 4 व्हीलर, भारी वाहन चला रहे लोग शामिल थे। राह चलते लोगों के साथ-साथ पुलिसवाले भी इस सर्वे का हिस्सा थे।
टूव्हीलर चालकों के पास कम जानकारी
सर्वे में आया है कि टूव्हीलर चलानेवाले लोगों को इन पांचों साइन के बारे में काफी कम जाकारी थी। फोरव्हीलर चलानेवाले लोगों में भी कुछ लोगों ने सही बताया लेकिन कई लोगों ने इसका गलत जवाब दिया। सबसे ज्यादा गलत जवाब ञऑटो चालकों ने दिया। जबकि उनके जिम्मे कई जिंदगियां होती हैं। जिनके पास गाड़ी नहीं है वे ऑटो चालकों के सहारे ही कहीं आना-जाना करते हैं। ऐसे में साइन की जानकारी ना होना खतरे से खाली नहीं है। इसमें BMTC Bus चालक पास रहे। उन्हें जानकारी थी कि कौन सा निशान क्या कह रहा है। जितनी बड़ी गाड़ी के ड्राइवर थे सभी के पास अच्छी जानकारी पायी गई। HMV की गाड़ियों के चालक के पास भी जानकारी थी। ट्रैफिक पुलिस जवान भी अच्छी सभी साइन को जानते थे और उन्होंने अन्य जानकारियां भी दीं।
लोगों में जारुकता अभियान की है कमी
नम्मा बेंगलुरु फाउंडेशन के जीएम विनोद जैकॉब ने कहा कि वाहन चालकों के पास रोड साइन की जानकारी होना बेहद जरूरी है। इस जानकारी से कईयों की जान बच सकती है। लाइसेंसिंग रेगुलेशन ऑथोरिटी को इस बारे में सोचना चाहिए और कड़ा रुख अपनाना चाहिए। हमने सर्वे में पाया कि कई टूव्हीलर और ऑटो चालकों के पास साइन की कोई जानकारी नहगीं थी। यंग जेनरेशन भी जानकारी में काफी पीछे हैं। इसके लिए लिखित और ऑन ग्राउंड टेस्ट करवाना जरूरी है। ट्रांसपोर्ट ऑथोरिटी और ड्राइविंग स्कूल्स को ट्रैफिक रूल की सारी जानकारी देनी चाहिए. इसके लिए ड्राइविंग कोर्स को लगातार बेहतर करते रहने की जरूरत है। इसके लिए जागरुकता अभियान भी कारगर साबित होगा।
पुराने ड्राइवर के पास है ज्यादा जानकारी
बेंगलुरु के साइकिल मेयर और CFAM के फाउंडर सथ्या संकरन ने कहा कि यह ध्यान देने वाली बात है कि ऑटो चालकों और निजी वाहन मालिकों को सड़क के संकेतों की बुनियादी जानकारी नहीं है। तथ्य यह है कि पुराने ड्राइवर नए ड्राइवरों की तुलना में अधिक जानते हैं। यह दर्शाता है कि हमारी लाइसेंसिंग प्रक्रिया की गुणवत्ता पिछले कुछ वर्षों में खराब हुई है। यह हमारी सड़कों पर हर दिन मंडराते खतरे जैसा है। काउंसिल फॉर एक्टिव मोबिलिटी (CFAM) अपने 3C प्रमाणन कार्यक्रम के माध्यम से साइकिल चालकों और पैदल चलने वालों के लिए बेहतर जागरुकता स्थापित करने पर काम कर रहा है। कम से कम परिवहन विभाग सड़कों पर अधिक जिम्मेदार मोटर वाहन चालकों को जानकारी देने के लिए लाइसेंसिंग प्रक्रिया को मजबूत कर सकता है।
क्या है नम्मा फाउंडेशन
नम्मा बेंगलुरू फाउंडेशन (एनबीएफ) एक ऐसा संगठन है, जो बेंगलुरु को एक आदर्श शहर बनाने की दिशा में काम कर रहा है। शहर किस प्रकार प्लांड सिटी बने, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर हो, लोगों द्वारा संचालित शासन को बेहतर करने के उपाय पर संगठन काम कर रहा है। एनबीएफ का लक्ष्य लोगों की आवाज बनना है। एक आवाज जिसे सुनने की जरूरत है, ताकि बेंगलुरु सही मायने में ग्लोबल सिटी बन सके।