सार
भारत का एविएशन सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा है कि अगले दो साल में एविएशन सेक्टर एक लाख और लोगों को रोजगार देगा। इसके चलते बड़े पैमाने पर भर्तियां होंगी।
नई दिल्ली। नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) ने कहा है कि भारतीय विमानन क्षेत्र (Indian aviation sector) आने वाले दो साल में दो लाख और लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार देगा। मंत्रालय ने यह जानकारी संसदीय समिति को दी है।
सोमवार को लोकसभा में पेश एक रिपोर्ट के अनुसार नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने संसदीय समिति को बताया कि भारत के एविएशन और एयरोनॉटिकल मैनुफैक्चरिंग सेक्टर (विमान या विमान के कलपूर्जे बनाने वाला क्षेत्र) में लगभग 2.5 लाख लोग वर्तमान में प्रत्यक्ष रूप से काम कर रहे हैं। इनमें पायलट, केबिन क्रू, इंजीनियर, टेक्निशियन, एयरपोर्ट स्टाफ, ग्राउंड हैंडलिंग, कार्गो, रिटेल, सुरक्षा, प्रशासन और सेल्स से जुड़े स्टाफ शामिल हैं। उम्मीद है कि 2024 में इन कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 3.5 लाख हो जाएगी। इसके लिए बड़े पैमाने पर भर्तियां होंगी।
अगले 5 साल में होगी 10 हजार अतिरिक्त पायलटों की जरूरत
मंत्रालय ने कहा कि एविएशन सेक्टर में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष जॉब का अनुपात करीब 4:8 है। इसका मतलब है कि चार लोग अगर सीधे कर्मचारी के रूप में काम करते हैं तो 8 ऐसे लोगों को भी काम मिलता है जो कर्मचारी नहीं हैं। मंत्रालय ने कहा है कि यातायात में अपेक्षित वृद्धि को पूरा करने के लिए भारतीय वाहकों (Indian carriers) के बेड़े के आकार में काफी वृद्धि होने की उम्मीद है। इसके चलते अगले पांच साल में करीब 10 हजार अतिरिक्त पायलटों की आवश्यकता होगी।
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केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को कहा था कि देश का विमानन क्षेत्र यात्रियों, विमानों और हवाई अड्डों के मामले में अभूतपूर्व और स्वस्थ विकास के लिए तैयार है। 2027 तक हवाई यात्रियों की संख्या 40 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।
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