सार
अयोध्या में श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट सभी मानकों पर खरा उतरा है। एयरपोर्ट पर रनवे फ्रिक्शन टेस्टिंग (Runway Friction Testing) की गई और यह सफल रही। इसके अलावा फायर ब्रिगेड ने सफल ट्रायल पूरा किया है।
Ayodhya Airport. जैसे-जैसे अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन का समय नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे बाकी की तैयारियां भी तेजी से पूरी होती दिख रही हैं। अयोध्या में बनाए जा रहे श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी शुक्रवार को फ्रिक्शन टेस्टिंग की गई, जो कि पूरी तरह से मानकों पर खरी उतरी। इसके अलावा फायर ब्रिगेड ने भी 3 नेफको वाहनों का ट्रायल किया और यह ट्रायल भी सफल रहा है। माना जा रहा है अगले 1 सप्ताह में एयरपोर्ट को फ्लाइट्स के टेकऑफ और लैंडिंग के लिए तैयार कर लिया जाएगा।
क्या होता है रनवे फ्रिक्शन टेस्टिंग
इस टेस्ट के दौरान स्पेशल डिजाइन फ्रिक्शन कार से रनवे की क्वालिटी परखी जाती है। स्वीडेन की यह कार रनवे पर विमानों की लैंडिंग के दौरान कंपन और फिसलन की संभावनाओं को परखतीी है। नियमानुसार विमानों के उतरते समय कंपन और फिसलन सामान्य से अधिक नहीं होनी चाहिए। रनवे पर टेस्टिंग के दौरान कार को हाईस्पीड में दौड़ाया गया और ऑटोमैटिक मशीन से फव्वारा मारकर पानी डाला गया। इस दौरान कार में ब्रेक लगाकर रनवे की फिसलन की जांच की गई। इन दोनों मानकों पर अयोध्या एयरपोर्ट खरा उतरा है।
15 दिसंबर तक एयरपोर्ट का निर्माण लक्ष्य
माना जा रहा है कि 15 दिसंबर 2023 तक एयरपोर्ट का काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। क्योंकि 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर का उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। मौजूदा समय में अयोध्या के श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दो टैक्सी-वे और 1 एप्रेन का निर्माण पूरा हो चुका है। 1 एप्रेन में चार फ्लाइट्स खड़ी हो सकती हैं। इसके अलावा 2200 मीटर लंबे और 45 मीटर चौड़ा रनवे भी तैयार किया जा चुका है। इस रनवे पर एयरबस ए-320 उड़ान भर सकती है। वहीं दूसरी तरफ राम मंदिर में विद्युत आपूर्ति के लिए पॉवर सब स्टेशन पर बिजली की सप्लाई भी चालू कर दी गई है।
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