सार

भूमि पूजन में शामिल होने के लिए योग गुरु रामदेव अयोध्या पहुंचे। यहां पर उन्होंने हनुमान गढ़ी मंदिर में पूजा की। रामदेव ने कहा, 5 तारीख देश की ऐतिहासिक तारीख है। आज के दिन को सदियां याद करेगी। भारत राम राज्य में प्रवेश कर रहा है। पीएम मोदी भी भूमिपूजन समारोह में शामिल होने से पहले हनुमान गढ़ी मंदिर में पूजा करेंगे। इससे पहले हनुमान गढ़ी मंदिर में सैनिटाइजेशन का काम किया गया।

अयोध्या. भूमि पूजन में शामिल होने के लिए योग गुरु रामदेव अयोध्या पहुंचे। यहां पर उन्होंने हनुमान गढ़ी मंदिर में पूजा की। रामदेव ने कहा, 5 तारीख देश की ऐतिहासिक तारीख है। आज के दिन को सदियां याद करेगी। भारत राम राज्य में प्रवेश कर रहा है। पीएम मोदी भी भूमिपूजन समारोह में शामिल होने से पहले हनुमान गढ़ी मंदिर में पूजा करेंगे। इससे पहले हनुमान गढ़ी मंदिर में सैनिटाइजेशन का काम किया गया।

भूमि पूजन में आने वालों को मिलेगा चांदी का सिक्का
राम मंदिर के भूमि पूजन में शामिल होने वाले सभी मेहमानों को एक चांदी का सिक्का भेंट किया जाएगा। इसमें रामदरबार छपा है। इसके अलावा मेहमानों के लिए लड्डू भी बनाए गए हैं। सभी लोगों को स्टील के टिफिन में रखकर लड्डुओं का प्रसाद दिया जाएगा।

सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को सुनाया था अहम फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को अयोध्या विवाद पर फैसला सुनाया था। 5 जजों की बेंच ने रामलला को विवादित जमीन का मालिकाना हक दिया था। साथ ही मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन वक्फ बोर्ड को देने के लिए भी कहा था। इस ऐतिहासिक फैसले से ही राम मंदिर के निर्माण की राह आसान हुई थी।

देश का सबसे पुराना विवाद
राम मंदिर-बाबरी मस्जिद देश का सबसे पुराना विवाद रहा है। 1528 में अयोध्या में बाबर ने मस्जिद बनाई थी। इसे लेकर 1813 में पहली बार विवाद हुआ। इसके बाद यह मुद्दा पहली 1813 में उठा। 1885 में पहली बार किसी कोर्ट में पहुंचा। 2009 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया। 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर का मालिकाना हक रामलला को दिया।