सार

पश्चिम बंगाल के तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना जारी है। कलियागंज सीट पर तृणमूल उम्मीदवार ने 2304 मतों से विपक्षी उम्मीदवार को पटखनी दी है। इसके साथ ही खड़गपुर सदर विधानसभा और करीमपुर सीट पर भी टीएमसी उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। 

कोलकाता. पश्चिम बंगाल के तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना जारी है। सामने आए अब तक के रुझान में खड़गपुर सदर विधानसभा और करीमपुर सीट से सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पार्टी आगे चल रही है। वहीं, कालियागंज सीट पर टीएमसी उम्मीदवार ने जीत हासिल कर ली है। कलियागंज सीट से टीएमसी प्रत्याशी तपन देब सिंघा ने 2304 वोटों से अंतर से चुनाव जीत लिया है। खड़गपुर सदर सीट से टीएमसी कैंडिडेट प्रदीप सरकार ने 20,811 वोटों से जीते। इसके अलावा टीएमसी के बिमलेंदु सिन्हा रॉय करीमपुर से जीत हासिल की। वहीं पिथौरागढ़ से चंद्रा पंत ने 3267 वोटों से जीत दर्ज की।

दोनों दलों के लिए अहम है चुनाव 

पश्चिम बंगाल में आगामी 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में करीमपुर, खड़गपुर सदर और कालियागंज सीट पर हुआ यह उपचुनाव भाजपा और टीएमसी के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इन तीनों सीटों के परिणाम से इस बात का अंदाजा लगाया जाएगा कि विधानसभा चुनाव में जनता का मिजाज कैसा हो सकता है। टीएमसी के लिए इस उपचुनाव के रिजल्ट इसलिए भी जरूरी हैं क्योंकि लोकसभा चुनाव में पार्टी यहां की 42 सीटों में से सिर्फ 22 सीटें जीतने में कामयाब हो पाई थी। लिहाजा इन सीटों पर परिणाम घोषित होने के बाद टीएमसी अपनी अगली रणनीति तैयार करेगी।

मतदान के दौरान हुई थी हिंसा 

पश्चिम बंगाल में सोमवार को हुए मतदान के दौरान करीमपुर में हिंसा की खबरें भी आईं। यहां से बीजेपी उम्मीदवार जयप्रकाश मजूमदार के पोलिंग बूथ में दाखिल होते समय टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से उनके साथ मारपीट की थी। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। पश्चिम बंगाल में कुल 75.34 फीसदी मतदान हुआ था। लोकसभा चुनावों के बाद राज्य में यह पहला मौका है जब ये दोनों राजनीतिक दल चुनावी मैदान में एक-दूसरे के आमने-सामने हैं। 

तीन सीटों पर हुआ था उपचुनाव 

जिन सीटों पर उपचुनाव हुआ था उनमें पश्चिम मेदिनीपुर जिले की खड़गपुर, नदिया जिले की करीमपुर और उत्तर दिनाजपुर की कालियागंज सीटें शामिल हैं। कालियागंज सीट कांग्रेस विधायक प्रमथनाथ राय के निधन से खाली हुई है जबकि खड़गपुर सीट से पिछली बार विधायक चुने गए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने लोकसभा चुनाव जीतने की वजह से इस्तीफा दे दिया था। करीमपुर की तृणमूल विधायक महुआ मित्र ने भी कृष्णनगर संसदीय सीट से जीतने के बाद इस्तीफा दे दिया था।