पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार को लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ के तेवर और 'आक्रामक' होते जा रहे हैं। वे शनिवार को हिंसा प्रभावित नंदीग्राम जा पहुंचे। यहां से भाजपा के शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को हराया है। राज्यपाल पिछले तीन दिनों से लगातार हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा कर रहे हैं। इससे पहले वे सीतलकुची और कूचबिहार और फिर असम के रणपगली के कैम्प पहुंचे थे। इस कैम्प में पीड़ित रह रहे हैं। लेकिन शनिवार को नंदीग्राम में राज्यपाल की कार्यशैली और उनकी भावुकता देखकर सब हैरान रह गए। राज्यपाल बाइक पर नंदीग्राम में घूमे। जब वे पीड़ितों से चर्चा कर रहे थे, तब खुद भी भावुक हो उठे।

कोलकाता, पश्चिम बंगाल. राज्य में सरकार बनाने के बावजूद ममता बनर्जी का तनाव कम नहीं हो रहा है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ के आक्रामक तेवर दीदी ममता के लिए परेशानी बनते जा रहे हैं। राज्यपाल शनिवार को हिंसा प्रभावित नंदीग्राम जा पहुंचे। यहां से भाजपा के शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को हराया है। राज्यपाल पिछले तीन दिनों से लगातार हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा कर रहे हैं। इससे पहले वे सीतलकुची और कूचबिहार और फिर असम के रणपगली के कैम्प पहुंचे थे। इस कैम्प में पीड़ित रह रहे हैं। नंदीग्राम पहुंचने पर शुभेंदु अधिकारी ने उनकी अगवानी की। नंदीग्राम में राज्यपाल की कार्यशैली और उनकी भावुकता देखकर सब हैरान रह गए। राज्यपाल बाइक पर नंदीग्राम में घूमे। जब वे पीड़ितों से चर्चा कर रहे थे, तब खुद भी भावुक हो उठे।

राज्यपाल के तीन दिनों के बयान

  • 15 मई को नंदीग्राम में कहा: शनिवार को यहां राज्यपाल ने कहा-राज्य कोविड और चुनाव के बाद हुई हिंसा के गंभीर संकट से गुजर रहा है। मैं मुख्यमंत्री से अपील करता हूं कि वो इस पर ध्यान दें, लाखों लोग जूझ रहे हैं।
  • 14 मई को रणपगली में कहा था-प्रजातांत्रिक मूल्यों पर कुठाराघात हो रहा है, हम कानून-व्यवस्था से दूर जा रहे हैं। इसकी शुरुआत चुनाव के दौरान ममता बनर्जी ने की, जब उन्होंने पहली बार जनता को चेतावनी दी कि केंद्रीय बल कब तक रहेंगे, उनके जाने के बाद कौन बचाएगा? मुझे उनसे इस प्रकार की उम्मीद नहीं थी। लोगों के घर किस तरह से बर्बाद हुए, व्यापारी संस्थानों का क्या हाल किया गया है। ये सब एक ही कारण से किया गया कि दुनिया के सबसे बड़े प्रजातंत्र में आपने इतनी बड़ी हिमाकत क्यों कर ली कि अपनी मर्जी से वोट दे रहे हो। क्या प्रजातंत्र में वोट देने की सजा मौत है।
  • 13 मई को कूचबिहार में: राज्यपाल ने कहा था-चार राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव हुआ। हिंसा केवल बंगाल में ही क्यों हुई? मैंने निर्णय किया है कि हर संभव कदम उठाऊंगा, जिससे लेागों का हौसला बढ़े।

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ममता V/s गवर्नर: हिंसाग्रस्त इलाकों में पहुंचे धनखड़ ने दिए TMC सरकार के लिए 'खतरे' वाले संकेत

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